क्या यही प्यार है? – नीरजा कृष्णा
दोपहर की गुनगुनी धूप में वो कुर्सी डलवा कर थोड़ी मस्ती के मूड में आराम कर रही थी, अभी सबको आने में थोड़ी देर थी,उनके होंठों पर अनायास ही गीत मचल उठा था…..जिंदगी प्यार का गीत है, इसको हर दिल को गाना पड़ेगा….. बहुत ही भावविभोर होकर उन्होंने अपनी आँखें बंद कर ली …ये उनका … Read more