सहेली का परिवार – डाॅ उर्मिला सिन्हा : Moral Stories in Hindi

चारों ओर अफरा-तफरी मची हुई थी…जिसको जिधर जगह मिल रहा था… वहां जान लेकर भागा चला जा रहा था। अचानक आये इस प्राकृतिक आपदा भयानक आंधी तूफान से सभी खौफ में थे। समुद्र तट पर अवस्थित इंजीनियरिंग कॉलेज … प्रशासन ने तटीय इलाकों को सुरक्षा की दृष्टि से खाली करवा दिया था। सभी शिक्षण संस्थानों … Read more

 मुँह मोड़ना – समिधा नवीन वर्मा : Moral Stories in Hindi

विश्वनाथ और सावित्री बहुत खुश थे ।वृद्वाश्रम खोलने पर न जाने कितने बुजुर्ग लोगों ने दुआएँ दी थी उन्हें।  विश्वनाथ की मृत्यु के बाद सावित्री ने वृद्वाश्रम का कार्यभार सँभाल लिया । “माँ,मुझे कम्पनी एक वर्ष के लिए विदेश भेज रही है ,आप वृद्वाश्रम में रहें, आपको अकेलापन नहीं लगेगा “, कहकर गए बेटे का … Read more

 बड़े होने का फ़र्ज़ – ऋतु यादव : Moral Stories in Hindi

भाई साहब के क्रियाकर्म के पश्चात घर लौटे कीर्तन जी निढ़ाल हो चारपाई पर बैठ गए। पत्नी सुशीला जब पानी का गिलास लेकर बोली, “लीजिए” तो वर्तमान में लौटे। सुशील जी से नज़रें मिलते ही आंखों में दो आंसू कीर्तन जी के न चाहते हुए भी लुढ़क ही गए।  सुशीला जी कुर्सी सरकाकर पास बैठते … Read more

 आत्मा की पुकार – डा० विजय लक्ष्मी : Moral Stories in Hindi

रिया एक मध्यमवर्गीय, पढ़ी-लिखी और आत्मनिर्भर स्त्री थी। वह एक निजी कंपनी में कार्यरत थी और अपने दो बच्चों की परवरिश पूरी ईमानदारी और ममता से कर रही थी। उसके दिन की शुरुआत घर के कामों से होती और ऑफिस की जिम्मेदारियों तक जाती, फिर भी वह कभी शिकायत नहीं करती। परंतु उसकी ज़िन्दगी की … Read more

 ” एक परिवार ऐसा भी ” – ​संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

पति की मृत्यु के बाद स्मिता अपने दो बच्चो को अपने अंक मे भरकर फूट फूट कर रो रही थी । ” मिट्ठू के पापा क्यो छोड़ कर चले गये हमें अब कौन हमारा सहारा बनेगा , क्या होगा कैसे होगा !” ” बेचारी स्मिता भरी जवानी मे विधवा हो गई , कैसे पालेगी वो … Read more

 लालच की सज़ा – ​विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” ये आप क्या कह रहें हैं महेश जी..मैंने तो आपसे बस तारीख आगे बढ़ाने की विनती की थी पर आपने तो सगाई का सामान लौटाकर रिश्ते से ही #मुँह मोड़ लिया…एक बार सोचि..।” फ़ोन डिस्कनेक्ट हो गया और प्रदीप जी बात अधूरी रह गई।    एक विवाह-समारोह में प्रदीप और महेश की मुलाकात हुई थी।महेश … Read more

 ‘तिरस्कार ‘ – ​राशि सिंह : Moral Stories in Hindi

​नेहा सजी सँवरी अपनी भाभी के कमरे में बैठी हुई थी आज पापाजी ने सख्ती से कह दिया था कि नेहा आज ऐसे रंग की साड़ी पहने जिसमें उसका रंग निखरा सा लगे क्योंकि पिछली बार जब लड़के वाले आए थे तब उसको सलवार सूट में ही दिखा दिया था जिसमें लड़के ने साफ मना … Read more

 हाय ! हनीमून – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

कुंदन का फोटो और बॉयोडाटा दिखाते हुए उर्वशी जी ने अपने पति माधव जी को कहा…”देखिए जी ! ये लड़का हर तरह से ठीक लग रहा है | एक बार श्रेया आ जाए ऑफिस से तो उससे बात करती हूँ । माधव जी ने हाँ में सिर हिलाते हुए चाय पीना शुरू किया तब तक … Read more

 मुँह मोड़ना – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

हीरा व्यापारी प्रताप नारायण पहली पत्नी के एक दस वर्षीय पुत्र राधे को छोड़ देहान्त के उपरांत, दूसरा विवाह कर लेते हैं।उनको दूसरी पत्नी से दो जुड़वां पुत्र होते हैं। धीरे धीरे उनकी संतानें बढ़ने लगती हैं । नई पत्नी प्रेमा अपने पुत्रों से तो खूब लाड़ प्यार व राधे से सारे घर बाहर के … Read more

 संयुक्त परिवार – खुशी : Moral Stories in Hindi

निशि एक 20 साल की लड़की थी जिसके लिए लड़के देखे जा रहे थे।परिवार में बड़ी बहन बबीता जिसकी शादी हो चुकी थी बड़ा भाई अमर जो पहले बहन की शादी कर अपनी शादी के बारे में सोचना चाह रहा था मां सीता देवी और पिता नारायण जी थे जो रेलवे में अकाउंटेंट थे।रिटायर हो … Read more

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