कोशिश एक आशा..!! – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

अर्जुन के लाख मना करने के बाद भी उसके घर वालों ने उसका रिश्ता नीतू से करा दिया ।नीतू ज्यादा सुंदर तो नही थी पर उसका स्वभाव बहुत मिलनसार और सबकी परवाह करने वाला था।

अर्जुन अपनी सहपाठी काम्या से प्यार करता था और काम्या भी अर्जुन से प्यार करती थी काम्या एक स्वतंत्र विचारों की लड़की थी और उसे घूमना फिरना काफी पसंद था ।अर्जुन थोड़े शांत स्वभाव का था काम्या अक्सर कहती अर्जुन तुम बहुत बोर किस्म के इंसान हो अर्जुन हंस कर रह जाता कुछ दिन तो सब सही चल रहा था पर काम्या को अर्जुन के संग अच्छा नही लग रहा इस कारण उसने अर्जुन से ब्रेकअप कर लिया।

इस बात का अर्जुन पर बहुत गहरा असर हुआ ।उसे लगने लगा सब लड़कियां मतलबी होती है अब उसे किसी भी लड़की से रिश्ता रखना ही नही था।

अर्जुन के घर मैं मां बाबूजी और एक बहन थी जिसकी शादी हो गई थी। घर मैं अर्जुन के फैसले का किसी को पता नहीं था और उसके साथ क्या हुआ है इस बात से सब अनजान ही थे ।अर्जुन वैसे भी कम बोलता था तो किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया ।

शादी की उम्र हो रही थी तो घर मैं रिश्ते की बात शुरू हुई अर्जुन ने साफ कह दिया वो शादी नहीं करेगा ।मां  (सुनीता )ने वजह पूछी तो बोला अभी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं हूं ।

आज एक प्रोग्राम मैं सुनीता जी ने नीतू को देखा  तो वो एक नजर मैं ही भा गई वो उनकी सहेली की बेटी थी घर आ कर उन्होंने अर्जुन से बात करी अर्जुन तैयार नहीं था पर उन्होंने जिद्द करके अपनी बात मनवा ली ।और नीतू शादी हो कर घर आ गई

नीतू ने जल्दी ही सबका दिल जीत लिया बस अर्जुन ही उसके करीब नहीं आ रहा था।उसने मन को शांत कर लिया और अर्जुन से कहा लगता है मैं आपको पसंद नहीं हूं ।

अर्जुन ने कहा ऐसी बात नहीं मुझे थोड़ा वक्त लगता है किसी को अपनाने मैं ।

नीतू  बोली कोई बात नही हम दोस्त बन कर तो रह सकते है आप अपने दिल की बात मुझसे कर सकते हो ।

नीतू ने कभी जिद्द नही करी अर्जुन से बल्कि अर्जुन अब घर की चिंता से भी मुक्त हो गया ।घर मैं सबसे नीतू की तारीफ सुन उसे भी अच्छा लगने लगा लेकिन फिर भी वो करीब नही आ पा रहा था।

आज अर्जुन ,ऑफिस से लौटा तो उसकी तबीयत ठीक नहीं थी दवाई लेने के बाद भी बुखार और बढ़ गया नीतू ने रात भर पट्टी रखी उसके सर को दबाया ।अब अर्जुन की गलतफहमी भी मिट रही थी की लड़किया मतलबी होती है।

अब अर्जुन थोड़ा खुलने लगा नीतू से और उसने काम्या के बारे मैं बता दिया ।नीतू बोली सबका अतीत अच्छा नही होता पर उन यादों से आने वाला कल खराब करना समझदारी नहीं है ।इन बातों से अर्जुन प्रभावित हुआ ।

काफी दिनों से नीतू मायके नहीं गई थी तो वो रहने जा रही थी उसके जाने के बाद अर्जुन को उसकी कमी अखर रही थी अब उसे महसूस हुआ की नीतू उसकी जिंदगी का हिस्सा बन गई है अब महसूस हुआ की बेरंग जिंदगी मै रंग भरने का समय आ गया।

उसने नीतू को फोन किया की तुम जल्दी आ जाना तुम्हारे बिना अच्छा नही लग रहा ।ये सुनकर नीतू के दिल को बहुत खुशी मिली उसकी कोशिश कामयाब हो गई थी अर्जुन को अपना बनाने की ।।

स्वरचित अंजना ठाकुर

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