रिश्ता – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi
डोर बेल सुनकर मैंने दरवाजा खोला, तो देखा कि सामने मेरा दोस्त अनुज खड़ा हुआ फोन पर किसी से बात कर रहा था, ओर हँसते हँसते ओके ओके, ठीक है, ठीक है, बोल रहा था। उसका हँसना मुझे बड़ा अजीब लगा, क्योकि अक्सर गंभीर रहने वाला इंसान आज हँस रहा था। फोन बंद होने पर … Read more