भाभी कैसे बर्दाश्त करती हो ये सब – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मुफ्त की रोटियां खाने सब आ जाते हैं तेरे मायके से क्या धर्मशाला खुला है क्या यहां ‌।जब देखो तब कोई न कोई आया ही रहता है तेरे घर से शकुन्तला देवी अपनी बहू साधना पर चिल्ला रही थी।घर के ऊपर के हिस्से में शकुन्तला जी की देवरानी रहती है उनकी बेटी नयना सब सुन … Read more

दूसरी सीढ़ी।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

भाभी आप इतना सब कुछ कैसे सह लेती है मां आपको कितना बेइज्जत करती है और कोई होता तो कब का अलग हो जाता जबकि मां इतनी लाचार है अब तो उन्हें आपकी जरूरत महसूस होनी चाहिए। मीनू कल ही मायके आई थी अपनी मां को देखने अपनी भाभी राशि की मां के प्रति सेवा … Read more

भाभी आप ये केसे सहन कर लेते है?? – नीशा केला माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

कुछ दिन पहले ही मेरे पति का तबादला दिल्ली के नोएडा में हुआ। म। मेरे दो बच्चों, पति  के साथ नए फ्लैट में रहने आ गई । कुछ दिन मुझे अपना सामान सैट करने में और बाकी सब व्यवस्था में लगा फिर मैंने नोटिस किया कि हमारे जो फ्लैट के पासवाला घरहै। उनकी बालकनी और … Read more

वो दो साल – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

भाभी, आप इतना सब कुछ कैसे सह लेती हो और फिर सहने की ज़रूरत भी क्या है? जब भी अपने मायके जाती हो , हमेशा परेशान होकर ही आती हो । जब वहाँ आपको मान- सम्मान मिलता ही नहीं तो रिश्ता ख़त्म करके अपने घर में सुख- चैन से रहो । सुबह भाई से बात … Read more

“संबंधों में सहनशीलता: भाभी से मिली सीख” – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

मेरी सास और मेरे बीच हमेशा 36 का आंकड़ा रहा है। लेकिन मायके में खुशी-खुशी कुछ दिन बिताकर अपने पति श्लोक के साथ जब मैं ससुराल वापस आ रही थी तो रास्ते भर अपने निश्चय को दृढ़ कर रही थी, “मैं प्रभा, अपनी ओर से अपने व्यवहार में सुधार लाने की हर संभव कोशिश करूंगी … Read more

खर्चीली बहू –  नीतू बंसल  : Moral Stories in Hindi

“भाभी आप इतना सब कुछ कैसे सह लेती हैं?”  ये शब्द थे मनोज के जो आज अपनी भाभी ज्योति से यह कहने को मजबूर हो पड़ा था । ज्योति की शादी मनोज के बड़े भाई अशोक से ५ साल पूर्व हुई थी ।अशोक एक काबिल व्यवसायी था और उसका पूरा रुझान अपने व्यवसाय पे था … Read more

*जीवन मंत्र* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

       मम्मी,ये भाभी दूसरे तीसरे दिन कहाँ जाती हैं, क्या आपको पता है?      बिटिया,अब जमाना ही ऐसा आ गया है, बहू आते ही खुद मुख्तार हो जाती है।कहाँ जाना है,क्या करना है,ये बता दे तो भी बहुत बड़ी बात है, अन्यथा अब कौन बताता है?ये कामिनी अपने घर जाती है,बता रही थी कि उसके पिता बीमार … Read more

“भाभी आप यह सब कैसी सह लेती हैं” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सुमन.. यह हर समय सड़ा हुआ सा मुंह बनाए रखने की जरूरत नहीं है समझी, देवर की शादी है चेहरे पर खुशी होनी चाहिए पर यहां तो ऐसा लग रहा है जैसे सारा काम का बोझ इसी के सिर पर आ गया हो, अरे कभी तो हस्ती मुस्कुराते रहा करो, सारे रिश्ते तो यही समझते … Read more

सौम्या – डॉ आभा माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सौम्या– यथा नाम तथा गुण– जैसा उसका नाम था उसका व्यवहार भी वैसा ही सौम्य और शालीन था।वह एक भरे पूरे परिवार से थी ।जहाँ बच्चा बचपन से ही देख देखकर सब बातें सीख जाता है– उसमें व्यावहारिकता आ जाती है– ऐसे ही परिवेश की थी सौम्या।उसका विवाह माधव के संग हुआ। माधव का एक … Read more

मौन क्रंदन – भगवती सक्सेना गौड़ : Moral Stories in Hindi

डॉ सुषमा हड़बड़ा कर उठी , देखा कोई जोर जोर से दरवाजा खटखटा रहा है। मन नही कर रहा था, फिर भी उन्हें उठना पड़ा। खोला तो नौकर ने बताया सुबह ही पटियाला से पापा का फ़ोन था, बुलाया है। समझ गए और दोनों डॉ पति पत्नी गाड़ी लेकर निकल पड़े । सुषमा की माँ … Read more

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