सिंदूर खुशहाल जिंदगी का प्रमाण नहीं होता – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

मर क्यों नहीं जाते तुम,कम से कम तुम्हारे न रहने पर हमारी और हमारे बच्चों की जिंदगी तो आसान हो जाएगी।छाती पर मूंग दल रहा है ।सब पैसा गांठ में बांधकर रखें रहता है बुड्ढा और घर में हमलोग एक एक पैसे को परेशान होते हैं ।यह रोज की बात थी मिस्टर और मिसेज शर्मा … Read more

पश्चाताप के आशु – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

“एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रामबाबू”” लाखों में कोई एक सुहागन सदा सुहागन रहता है” “चांद सितारों से मांग सदा भरी रहे” जाने और भी कई डायलॉग थे— जो आज मुझे याद आ रहे थे — । “मेरी आंखों से लगातार “आशु ” निकलते जा रहे थे और  मैं चाह कर भी … Read more

मोहभंग – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

रागी एक सुन्दर मेधावी सर्व गुण संपन्न छात्रा थी इसी कारण वह स्कूल, कॉलेज में टॉपर रहती आईं थी। कॉलेज में अन्य गतिविधियों में भी वह बढ़-चढ़कर भाग लेती और कई ईनाम एवं शील्डस उसके कमरे की शोभा बढ़ा रहे थे।वह बहुत ही मिलनसार,सरल स्वभाव की थी एवं अपने साथीयों की मदद करने को तत्पर … Read more

सिंदूर… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

…दरवाजा अम्मा ने ही खोला था…  धड़ाम से दरवाजा बंद होने की आवाज सुन… काजल ने सिया की तरफ घूर कर देखा… ” बोला था ना… दरवाजा खोल दो… रीता आ रही होगी…!” ‘ सॉरी मां… पर क्या हुआ…!” ” कुछ नहीं… तुम जाओ… स्कूल जाओ…!”   काजल ने टिफिन का ढक्कन बंद कर… उसके बैग … Read more

सिन्दूर – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

जिन्दगी में सिन्दूर का बंधन आरंभ में सुगंधित फूलों के झोंके के समान प्रतीत होता है,परन्तु कभी-कभी वह झोंका क्षणभंगुर साबित हो जाता है।पलभर के सुगंधित झोंकों के सहारे केवल सिन्दूर के नाम पर पूरी जिन्दगी काटनी  मुश्किल हो जाती है।पति-पत्नी दाम्पत्य-जीवन निभाने के लिए अग्नि के समक्ष सात फेरे लेते हैं,परन्तु उन सात फेरों … Read more

सिंदूर की आभा – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

जानकी जैसे ही सिंदूर खेला खेल कर  आई, राम ने पीछे से उसे पकड़ लिया, जानकी शरमा कर बोली, “ये क्या कर रहे हैं, छोड़िए!” “छोड़ने के लिए थोड़ी पकड़ा है।” राम मुस्कुरा कर बोला।  यह सुनते ही जानकी के चेहरे की सिंदूरी आभा शर्म की लाली से मिलकर और भी सुनहरी हो गई। “प्लीज, … Read more

सिंदूर की डिबिया – कविता झा ‘अविका’ : Moral Stories in Hindi

ठक ठक ठक की लगातार आती आवाज से सुधा की धड़कनें चलती ट्रेन की तरह धड़क रही थी। दो दिन हो गए थे उसके पति सुबोध को घर से गए हुए।  घर में दिवाली की तैयारी के लिए मरम्मत का काम चल रहा था। मजदूर मिस्त्री को पैसे देने थे और करवा चौथ के लिए … Read more

सबसे मंहगा जेवर – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

“गोमती को वादा किया था मैंने,इस बार मंगलसूत्र के लॉकेट को थोड़ा और वजनी कर दूंगा।पता है माधवी,कितना वजन बढ़ाने को कहा था उसने?अपने माथे की बड़ी सिंदूरी बिंदी जितना।करवा चौथ तक रुक नहीं सकती थी क्या तुम्हारी आई?ऐसे बिना मुझसे बोले तो कभी ,कहीं नहीं जाती थी।इस बार कैसे चली गई?वो भी हमेशा के … Read more

असली सिंदूर – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 चारूदत्ता…जितना प्यारा नाम उतनी ही प्यारी सूरत और सीरत थी उसकी। ग्रामीण परिवेश, प्रकृति के अंचल में पली बड़ी, धार्मिक आचार विचार से संस्कारित चारूदत्ता, प्रखर बुद्धि की थी। गाँव में लड़कियों के लिए आठवीं तक का स्कूल था, आगे हायर सैकण्डरी और ग्रेजुएशन की पढ़ाई उसने प्राइवेट फार्म भरके की। चारूदत्ता के सपने ज्यादा … Read more

सिंदूर – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

नव्या और नितिन के कॉलेज का यह पहला दिन था। सभी बच्चे एक दूसरे से मिलजुल कर दोस्ती करना चाहते थे। नव्या जो  कि एक छोटे से कस्बे से पहली बार शहर में आई थी, इतने बड़े कॉलेज और फैशनेबल बच्चों को देखकर थोड़ा  असहज महसूस कर रही थी।  तभी उसे अपने पीछे से आवाज … Read more

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