अपने लिए जीना सीख लिया – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi
रेलवे स्टेशन पर बैठी सुलभा जी बार बार यही सोच रही थी क्या जो कदम मैंने उठाया वो सही है…. या फिर मैं कुछ गलत कर रही हूँ… विवेक मेरा ही तो बेटा है फिर उसे ऐसे छोड़ कर कैसे जा सकती हूँ…. सुलभा जी की मनःस्थिति कुछ भी समझ पाने के लिए तैयार नहीं … Read more