डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -17)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

—  हिमांशु सर मैं उस शाम जज्बातों के समंदर में डूब जाने से उससे उत्पन्न सैलाब को शांत करने की कोशिश में था। मुझे पता था मैं भूलवश ही सही पर अपने से ग्यारह साल  छोटी लड़की के संग प्यार में था। मुझे यह डर नहीं था कि नैना के साथ मेरे इस प्रेम-भाव वाले … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -16)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

सुबह जया उठाने आई थी। ” इतनी बुझी- बुझी सी क्यों है कुछ हुआ है क्या ?  “ उस आधी- अधूरी मुलाकात ने नैना को साल दो साल आगे कर दिया है। ” कुछ नहीं दी  “ ” नैना तू बहुत वीयर्ड सा बिहेव कर रही है “ नैना अंदर तक कांप गई कहीं हिमांशु … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -15)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” मैं भारी मन और थके कदमों से वापस घर को लौट आई थी। नैना —  पर मेरे मन में बार- बार यह सवाल कौंध रहा था आगे हिमांशु सर का सामना कैसे करूंगी ? कुछ समझ में नहीं आ रहा था इस सब से बढ़ कर सर के इस व्यवहार से खुद को उपेक्षित … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -14)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना — मैं सांस रोके हुए खड़ी थी। हिमांशु ने पीछे से मेरे हाथों को अपने हाथों में भरते हुए पूरे जोर से पकड़ लिया। और जोर से जकड़ते हुए कहा , ” अभी  अपने हाथ मत खोलना ” हम्म “ फिर अगले ही पल मैं सर की मजबूत बाहों में थी ।मेरा शरीर और … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -13)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

एक तरफ ! पूरे घर को बड़ी अनब्याही बेटी के ब्याह की दुश्चिंता जकड़ रही थी। दूसरी तरफ मां-बाबा की बढ़ती चिंता का कारण उनकी नजरों में मेरा बढ़ता हुआ स्वच्छंद व्यवहार था। जबकि ऐसा कुछ नहीं था। बाबा अक्सर अवसाद में भर कर बोलते , ” हे ईश्वर इस लड़की को सद्बुद्धि देना भगवान् … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -12)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

– हिमांशु , ” नैना, क्या कर रही हो ? और मेरी यह टी- शर्ट तुम्हारे हाथ में ? इस कमरे में क्या कर रही हो तुम ? “ हिमांशु बाथरूम से निकल टाॅवेल लपेटे नैना के एकदम सामने हैरान – परेशान खड़ा था। ” हिमांशु, मेरा मतलब है सर ,  मैं यहां, वो …” … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -11)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

जिस शाम नैना ने जया से  किए गए वाएदे ‘सुशोभित से कभी नहीं मिलने ‘ को तोड़ कर सुशोभित से मिलने चली गई थी। और वहां सुशोभित के अनुरोध करने पर वह अपनी जिन्दगी के पिछले पन्नें खोल कर फिर से दुहराने लगी थी। सुशोभित समझ गया था … , ” नैना अपने दिल पर … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -10)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना — जब अगली सुबह नैना स्कूल जाने के लिए तैयार होने लगी तो उसके कदम आगे ही नहीं बढ़ रहे हैं। किसी तरह उठी चेहरा रुआंसा हो रखा है। जिसे देख कर जया ने , तू इतनी सुस्त क्यों और डरी हुई सी क्यों है ? ” कुछ नहीं दीदी, सब ठीक तो है … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -9)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

करीब आधे घंटे बाद हिमांशु सर क्लास में थे। क्लास में नैना रुक- रुककर लुके- छिपी अपनी आंखों की  पूरी गहराई से उन्हें देख रही है। उन्होंने नैना के छोटे से संसार में नमी रोशनी बिखेरी है। नैना को पहली बार लगा है जीवन इतना रसभरा भी हो सकता है। पर कैसे ? किस तरह … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -8)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना बिना समय गंवाए बिस्तर से निकली। गर्म पानी से नहा कर बाथरूम से बाहर निकल आई। उसकी बस कहीं छूट न जाए इसलिए वो जल्दी – जल्दी कपड़े पहन कर स्कूल बैग ले कर निकल गई। पीछे से मां ने टोका , ” इस तरह घर से बिना खाए हुए नहीं निकलते हैं।  पहले … Read more

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