घमंड टूट ही गया – हेमलता गुप्ता: Moral Stories in hindi

रिद्धिमा बहुत जिद्दी और बदतमीज लड़की थी, देवी शंकर जी ने लाड प्यार में उसे इतना बिगाड़  दिया था कि वह अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझती थी। समय उपरांत देवी शंकर जी ने उसकी शादी  बहुत ही कुलीन और संस्कारित परिवार में यह सोचकर करवा दी कि शायद वहां रहने से रिद्धिमा सुधर … Read more

माता-पिता से बढ़कर कोई नहीं – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अभिषेक.. तुम शादी से कैसे मना कर सकते हो? तुम्हें पता है ना मैं अपनी मम्मी पापा की मर्जी के खिलाफ जाकर भी तुमसे शादी के लिए तैयार हूं, और अब तुम शादी से इनकार कर रहे हो! आज तक जो तुमने मुझसे प्यार  के वादे किए थे क्या वह सब झूठे थे..? मैं ही … Read more

मुझे बहु ही रहने दीजिए – हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : मम्मी जी.. आप मुझे एक बहु समझ लें, मेरे लिए यही बहुत है, बार-बार आप जो यह कहती हैं की बहू… तू मेरी बेटी की तरह है, क्या सच में मैं आपकी बेटी की तरह हूं। आप भी अच्छी तरह जानती हैं की एक बहू कभी भी बेटी नहीं बन … Read more

हिस्सा नहीं, मायका चाहिए –  हेमलता गुप्ता : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : सुनिए… आज दिन में पापा का फोन आया था, कल उन्होंने हमें घर पर मिलने  के लिए बुलाया है, चलें क्या..?  पापा ने बुलाया है तो चलते हैं, जरूर कुछ जरूरी काम होगा, कल तुम तैयार रहना, मैं ऑफिस से हाफ डे लेकर तुम्हें वहां ले चलूंगा, निमिषा के ऐसा … Read more

कन्यादान – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

ओ. रामपति बहन, सभी दो दिनों के लिए हरिद्वार जा रहे हैं तू भी चल! नहीं बहन.. एक बार बेटी का कन्यादान कर दूं फिर गंगा नहाऊं! जवान बेटी को अकेली कैसे छोड़ कर जाऊं? एक बार बेटी ससुराल चल जाए फिर मेरी जिम्मेदारी खत्म! बेटी की चिंता अकेली मां के लिए बहुत बड़ी जिम्मेदारी … Read more

हवन करते ही हाथ जले –   हेमलता गुप्ता: Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आओ आओ रेनू बेटा, कभी थोड़ी बहुत देर हमारे पास भी बैठ जाया करो जब देखो तब हमेशा ही घर और बाहर के काम में लगी रहती हो। अरे घर की बहू हो, कोई नौकरानी थोड़ी। थोड़ा सा आराम तो तुम्हें भी चाहिए। वैसे क्या बात हो गई, कल तुम्हारे … Read more

आत्मग्लानी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : एक तो सर्दियों के दिन वैसे ही छोटे होते हैं उस पर से ठंड में काम करने का मन भी नहीं करता। रजनी को भी काम निपटाते निपटाते 1:00 बज गया, सोचा.. बच्चों को आने में एक घंटा है तब तक थोड़ी देर धूप का आनंद ले लिया जाए! जैसे … Read more

लस्सी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : अम्मा की जीभ लपलपा रही है, आज घर में लस्सी बनी है। उनके पोते कुशाग्र का तीसरा जन्मदिन है, बहू के मायके से सभी जने आए हैं, आज भगोना भर के लस्सी बनी है, पूरे घर में लस्सी की खुशबू आ रही है, उनके मुंह में भी पानी आ रहा … Read more

लस्सी – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अम्मा की जीभ लपलपा रही है, आज घर में लस्सी बनी है। उनके पोते कुशाग्र का तीसरा जन्मदिन है, बहू के मायके से सभी जने आए हैं, आज भगोना भर के लस्सी बनी है, पूरे घर में लस्सी की खुशबू आ रही है, उनके मुंह में भी पानी आ रहा है, भरी जून का महीना … Read more

पैसों से खुशियां नहीं खरीदी जा सकती – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अंजलि… चलो यहां से, मैं नहीं चाहता सेठ दामोदर प्रसाद की इकलौती बेटी इन फटेहलो के यहां पर अपनी जिंदगी बर्बाद करें। मैंने तुमसे पहले भी कहा था की प्रणय तुम्हें वह सारी सुख सुविधा नहीं दे सकता जो तुम्हें अपने पापा के घर में मिली है और ऐसा कहकर दामोदर जी अपनी बेटी को … Read more

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