परित्याग – मुकेश कुमार (अनजान लेखक) : Moral Stories in Hindi
Moral Stories in Hindi : तुम्हें थोड़ा भी ख़्याल नहीं आया की मेरे पेट में तुम्हारा बच्चा साँस ले रहा है? एक बार भी न सोचा कहाँ जाऊँगी मैं? कैसे जाऊँगी मैं? किसके साथ जाऊँगी मैं? बीच सड़क पर अकेली थी मैं, सड़क के मुँडेर पर बैठ कर घंटों रोती रही। मेरी आँखें थक गई … Read more