बहु चाहे कितना भी करले बेटी नहीं बन सकती – शैलेश सिंह : Moral Stories in Hindi

ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है और मौलिक है। मेरी खुद की उपज इस कहानी का उद्देश्य ही है समाज मे अपने पन का एहसास हो। वाह भाभी ! आप तो बड़ी सयानी हो गई हो…! रमा अपने मायके आई थी और रात को अपनी भाभी को माँ का पैर दबाते देखा तो गर्व … Read more

बहु चाहे कितना भी कर ले वह बेटी नहीं बन सकती – विकंज इन्दोरिया : Moral Stories in Hindi

सरला जी बहुत गुस्से में घर आई।  वो अपनी बेटी के घर से आ रही थी। और बहुत गुस्से में लग रही थी। उनकी बहु शिखा ने उन्हे पानी दिया और उनसे पूछा क्या हुआ मम्मी जी आप इतना गुस्से मे क्यों है। सरला जी गुस्से मे ही बोली दिया के घर से आ रही … Read more

पेट की खौल – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरे जिज्जी कहां हो सुनो तो हमारा पेट खौल रहा है तुमको एक बात बताने के लिए तुमको बता दें तो थोडी ठंडक मिले…श्यामा की तेज आवाज सुनते ही बाबूजी ने आ गया मोहल्ले का आज तक चैनल कहते हुए अपने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया तो अम्मा हंसने लगीं तो आपको काहे की … Read more

अपमान – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

शशिकांत जी के यहां बहुत बड़ी पार्टी का आयोजन किया गया था। आज वे बैंक मैनेजर के पद से रिटायर हुए थे। दो साल पहले वे अपने दोनों बच्चों की शादी करके उनकी जिम्मेदारी से भी मुक्त हो चुके थे। लड़की की ससुराल बहुत अच्छी थी। और वह अपने ससुराल में खुश थी। बेटे ने … Read more

देवी का रूप है – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

    ‘ अक्षरा धाम ‘ का लाॅन लाल-पीली बत्तियों से जगमग कर रहा था।हवा के झोंकें के साथ ताज़े फूलों की खुशबू नलिनी के नाक तो आई तो उसका तन-मन महक उठा।लोगों की भीड़ में उसकी नज़रें किसी अपने को तलाशने लगी कि तभी घर की वरिष्ठ महिला ने आकर उसका स्वागत किया,” आओ बचिया….तुम्हारे बिना … Read more

भूख – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

प्रकाश जी को बड़ी जोर की भूख लग रही थी… अंदर पोता पोती सभी खाना खा रहे थे…. बहू को कई बार आवाज लगाने के बाद भी वो खाना लेकर नहीं आयी….एक  घंटा होने को आया… सुबह से चार बिस्कुट चाय पीये बैठे हैँ खाट पर प्रकाश जी… कई टिक्की वाला, समोसे वाला और भी … Read more

शादी – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

हां तो भाई साहब हो गयी सारी तैयारी शुभी के ब्याह की….?? हां शंभू बाकी तो सब हो गया अभी गेस्ट हॉउस को लेकर मन बड़ा असमंजस में हैँ…. असमंजस की क्या बात इसमें …. और गेस्ट हॉउस…. आप तो यहीं कॉलोनी में ही शादी करने की बोल रहे थे ना …. कि यहीं टेंट … Read more

आज तो मॉम ने पूरी इंसल्ट करा दी मेरी…. – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

जल्दी जल्दी सलोनी बेटी मनीषा का हाथ पकड़े स्कूल के गेट में आगे  बढ़ती जा रही हैँ… मॉम प्लीज…. आप कुछ बोलना नहीं मैम से… बस चुप रहना… मैं वैसे ही प्रीबोर्ड में फेल हो गयी हूँ… मैम गुस्से में होंगी… आप कुछ बोलोगो तो मैम मुझे कहीं प्रैक्टिकल में फेल ना कर दे…. आपको … Read more

अपने दम पर – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

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   ” इंदू बेटा.. इंटरव्यू कैसा रहा? ” पुष्पा जी ने बेटी से पूछा तो वह अपना हैंडबैग सोफ़े पर पटकती हुई गुस्से-से बोली,” मम्मी …, पापा के तो इतने जान-पहचान वाले हैं, किसी एक को भी फ़ोन कर देते तो मेरा काम आसानी से हो जाता पर…नहीं…उन्हें तो अपना उसूल प्यारा है।मैं कितने इंटरव्यू दे … Read more

सपनों का घर – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

राजेन्द्र और उनकी पत्नी इंदु की उनके दोनों बेटे मनीष और आशीष से बहस चल रही थी पर नतीजा कुछ भी नहीं निकल रहा था। बात घर को लेकर हो रही थी।इंदु जी के दोनों बेटे कह रहे थे कि मम्मी पापा इस घर को बेच दो और किसी अच्छी कालोनी में दूसरा अच्छा सा … Read more

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