*अब तो पड़ जाएगी न तुम्हारे कलेजे में ठंडक* – विनोद कुमार सिंह : Moral Stories in Hindi

बनारस के अस्सी घाट के समीप एक छोटे-से गांव में रामा नाम की वृद्ध महिला अपने इकलौते बेटे वंश के साथ रहती थी। जब वंश महज़ दो साल का था, तभी उसके पिता की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। तभी से रामा ने जीवन का हर बोझ अकेले उठाया। वह कभी घाट पर … Read more

शुभ विवाह – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

“अब आप कन्या का हाथ वर के हाथ में दीजिए।अब कन्यादान का समय हो गया है। यजमान ,अब आपकी बेटी आपकी नहीं रही किसी और कुल की हो गई है।” पंडित जी ने मंत्र पढ़ना शुरू किया थोड़ी देर बाद मंत्र संपन्न हो गए और विवाह के सभी रस्में संपन्न हो गए तो एक थाली … Read more

तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

“अरे रिया बेटा! अब फोन को किनारे रखो और शादी की तैयारियों में लग जाओ।पता है ना बस महीना भर रह गया।”रिया को प्यार से सहलाते हुए सरोज बोली।माँ का प्यार भरा स्पर्श पाकर रिया फोन छोड़ सरोज के गले लग गई और रोते रोते बोली -“माँ,तुमसे कैसे दूर रह सकूंगी?मेरे लिए तुम हो तो … Read more

शुभ विवाह – ऋतु यादव  : Moral Stories in Hindi

अनंतना आज बहुत खुश थी। आखिर हो ही गया  कोशिका का भी शुभ विवाह। अनंतना जो शुरू से ही थोड़ी अंतर्मुखी थी, की शादी बड़ी मुश्किल से हुई थी। वो बात अलग थी, कि उसके बाद अब ठीक ही रहा। पर उस देखा दिखाई ke दौरान का उसका अनुभव इतना खराब था कि खुद की … Read more

फिक्रमंद – लतिका श्रीवास्तव  : Moral Stories in Hindi

गुड मॉर्निंग अरुण भाई क्या बात है आज इतनी सुबह सुबह उठ गए नींद नहीं आई लगता है रात भर .. दरवाजा खोलते ही शोभित जी यूं टपक पड़े मानो रात भर से मेरे दरवाजे पर घात लगाए खड़े थे। कल शाम से तुम कहीं नजर ही नहीं आए मैने कई बार तुम्हारे घर की … Read more

  एक अनोखा शुभ विवाह – अर्चना खण्डेलवाल: Moral Stories in Hindi

सतीश जी सुबह की ठंडी हवा का आनंद ले रहे थे, मालती जी दो चाय के कप लेकर आ गई, और एक कप उठाकर घूंट -घूंट पीने लगी। इतनी चुप क्यों हो? सतीश जी ने अखबार के पन्नों से नजर हटाकर पूछा, वो सोना के विवाह की चिंता हो रही है, ससुराल और मायके में … Read more

 अब तू हमारा बेटा कम इसका पति ज्यादा हैं !! – स्वाती जैंन: Moral Stories in Hindi

क्या पता , डॉक्टर ने सचमुच बेडरेस्ट कहा भी हैं या सागर और सुहानी मुझसे झुठ बोल रहे हैं ?? आजकल की बहुएं प्रेंग्नेंट क्या होती हैं बेचारी सासो को ही कामवाली बना देती हैं , अब मुझे ही देख लो तीन दिन से महारानी तो बेड़ पर मजे से आराम कर रही हैं और … Read more

पगला कहीं का- रवीन्द्र कान्त त्यागी : Moral Stories in Hindi

लाला फकीर चंद की तंद्रा अब धीरे धीरे लौट रही थी। विलुप्त सा हो गया अहसास पुनर्जीवित हो रहा था। उन्हे लगा जैसे पूरे शरीर में आग सी लगी हुई है। ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी धधकती हुई भट्टी के निकट लेट रहे हैं। पहले धुंधला सा और धीरे धीरे कुछ स्पष्ट सा … Read more

 जीवनसाथी – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

” आप दोनो का शुभ विवाह सम्पन्न हुआ अब आप पति पत्नी है , अपने सभी बड़ो से आशीर्वाद लीजिये !” विवाह सम्पन्न कराते हुए पंडित जी वर वधू पर पुष्प वर्षा करते हुए बोले । पर नित्या जो अभी अभी राज की पत्नी बनी थी वो तो जैसे वहाँ होकर भी वहाँ नही थी … Read more

पड़ गयी कलेजे में ठंडक – अनामिका मिश्रा : Moral Stories in Hindi

दो दोस्त थे अशोक और दीपक। दोनों गांव में पले बढ़े थे। अशोक बहुत महत्वाकांक्षी नहीं था,वो गांव में ही किसानी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था।उसी जगह दीपक शहर में रहकर काम करना चाहता था और उसकी इच्छा भी पूरी हो गई।दोनों के स्वभाव विपरीत थेपरंतु मित्रता घनिष्ठ थी।  एक बार … Read more

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