ये कैसा रिश्ता – उषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi
हर वक्त उसकी आवाज कानों में गूंजती रहती थी घर पहुंचते ही वह ऐसे चिल्लाता था जैसे किसी के स्वागत का सारा जिम्मा उसका हो। मुझे याद आने लगा वह दिन , जब मै कॉलेज से आकर बैठी थी उसी समय चिंकी ने आकर कहा -दीदी देखो आज हम लोग आपके लिए कुछ लाये हैं … Read more