सोशल मीडिया का लुभावना संसार – किरण केशरे 

जिधर देखो उधर ज्ञान ही ज्ञान पसरा हुआ है, क्या व्हाट्सएप और क्या फेसबुक,,क्या इंस्टाग्राम और क्या ट्विटर ,,, हे ईश्वर! भला हो इन एप्स बनाने वालों का, नही तो मुझे अल्प बुद्धि जीव को इतनी महत्वपूर्ण और अनमोल जानकारियाँ कहाँ से मिलती ? 

कौन कब जन्मा  ? कौन कब सिधारा ! नाना प्रकार के सरस व्यंजनों  की थालियाँ,,,देखते ही मुख मे पानी आ जाता है पर फिर भी घर की सुखी सब्जी संग दाल  रोटी को ही खाकर संतुष्ट होना पड़ता है  ! धार्मिक ज्ञान में तो इस कदर वृद्धि हुई की लगा कितना निरर्थक जीवन जी रहे थे प्रभु!! प्रवचनों और भजनों से सुबह शाम होने लगी ! साथ ही पक्ष विपक्ष के राज नैतिक दंगल भी डटे हुए है। “दिनभर गृहिणियों के मनोरंजन के धारावाहिक,, शाम होते होते धारावाहिक से भी मनोरंजक राजनैतिक पार्टियों के डिबेट शो” !

झाड़ फुक ओझा वह भी फेस बुक पर,,,बिच्छु साँप का विष उतरना हो तो वह भी मय पते के जानकारी मिल जाएगी ! विवाह सम्बन्ध  हो या खेल, पढाई हो या व्यापार  या फिर फिट रहने के लिए योग,,,दुनिया में क्या हो रहा है सब उपलब्ध हो जाता है पेज खुलते ही ,, हजारों की संख्या मे हमारे बेस्ट फ्रेंड है अकाउंट में ,,, लेकिन कितने  बेस्ट है ये पता नही !! 

पोस्ट या फोटो डालने पर कितने लाइक कमेंट आएगे ! और कितनी जल्दी आएंगे और आने पर जो खुशी का एहसास होता है ,,, उसका वर्णन करना असम्भव ही है। लगता है “हम ही दुनिया के सबसे, स्मार्ट,,सुंदर,,और अडोरेबल इंसान हैं” भले ही सामने वाला भी बेबसी से इसी आस मे लिख रहा हो  की उसे भी प्रतिकार मे ऐसे ही कमेंट्स की फल प्राप्ति होगी ! जय हो ! डीजिटल इंडिया की ,,, कोई रोज पोस्ट डालने के शौकीन होते है तो कोई कभी कभी और कोई कभी नही ,,बस सबको देख कर खुश होने वाले,,,आप किस श्रेणी मे हो,,देख लो ! 

हद तो तब होती है ,,जब किन्ही बुजुर्ग का जन्म दिन हो और कमेंट्स करने को आतुर लोग ओम् शांति लिख देते है ! ध्यान से पढ़ने पर माफ़ी भी मासूमियत से मांगते है या कमेंट डिलीट कर अपराध बोध से मुक्त हो जाते है ,,क्या करें ! बड़ा विचित्र सा सम्मोहन है,,,,वैसे सोशल मीडिया से दुर्लभ जानकारियाँ भी मिलती है और अनावश्यक ज्ञान के साथ आवश्यक सूचनाएँ भी !!

       किरण केशरे 

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