कैसा ये इश्क है ( भाग – 15) – संगीता अग्रवाल : hindi stories with moral

hindi stories with moral : ” मीनाक्षी के पापा हमारी बेटी ठीक तो हो जाएगी ना , हमारी तो सारी दुनिया वही है उसे इस हालत मे देख मेरा तो कलेजा मुंह को आ रहा है !” अनिता जी पति के कंधे पर सिर रखते हुए बोली।

” चिंता मत करो भगवान इतना निष्ठूर नही हो सकता वो हम सबकी दुआएं जरूर सुनेगा ! फिर देखो केशव पिछले 15 घंटे से ईश्वर से हमारी बेटी के लिए दुआ मांग रहा है और अपनी गलती का पश्चाताप कर रहा है ईश्वर किसी की तो सुनेगा !” सुरेंद्र जी बोले।

इस बीच कैलाश जी सबके लिए चाय लेकर आये हालाँकि किसी का मन नही था पर फिर भी कैलाश जी ने सबको पिला दी।

” कैलाश जी आप और भाभी जी घर हो आइये वहाँ काशवी भी रात से अकेली होगी !” सुरेंद्र जी बोले।

” नही भाई साहब काशवी के पास उसकी चाची है । जब तक मीनाक्षी बेटा को होश नही आता हम यहाँ से कैसे हिल सकते है। बच्चो ने जो फैसला किया हो किन्तु हमने उसे बेटी माना है और वो हमेशा हमारी बेटी रहेगी !” कैलाश जी की जगह सरला जी बोली।

ईश्वर की लीला देखिये कहा एक दिन पहले अदालत मे दोनो पक्ष आमने सामने थे और अब एक हुए बैठे है । कल तक केशव तलाक लेना चाहता था और आज ईश्वर को अपने प्यार की दुहाई दे रहा है ।

” भगवान अब तो मीनू को होश मे ले आओ मैं जानता हूँ सब मेरी गलती है मैं आपसे वादा करता हूँ उसके पूरी तरह ठीक होते ही उससे हमेशा को दूर चला जाऊंगा जिससे मेरा मनहूस साया भी उस पर ना पड़े । बेचारी को मेरे साथ रहकर हमेशा दुख मिले है अब आप उसे इतनी बड़ी सजा ना दो और उसके माता पिता को उनकी बच्ची लौटा दो !” केशव ने रोते हुए कहा।

” बीस घंटे बीत गये अब हमारे पास केवल चार घंटे बाकी है हे ईश्वर कोई चमत्कार करो !” अनिता जी हाथ जोड़ बोली।

” अब तो मेरा भी दिल डूबने लगा है मीनाक्षी की मां हमारी बच्ची होश मे तो आ जाएगी !” सुरेंद्र जी रोते हुए बोले।

” इतने घंटो से मेरी हिम्मत बंधा रहे थे और अब खुद टूट रहे हो सब ठीक होगा आप चिंता ना कीजिये हमने आज तक कुछ गलत नही किया किसी के साथ आज हमारे साथ भी गलत नही होगा ।” अनिता जी पति को संभालती बोली।

इधर कैलाश जी और सरला जी भी बस ईश्वर से दुआ ही कर रहे थे । अचानक नर्स icu से निकली और भागती हुई डॉक्टर के केबिन की तरफ गई । किसी को ना तो कुछ समझ आया ना कुछ पूछने का अवसर मिला । बस सब के सब अपनी जगह से खड़े हो गये। इतने मे डॉक्टर नर्स के साथ आये और सीधे icu मे घुस गये। सबके दिलो की धड़कन बढ़ी हुई थी क्या होने वाला है ये किसी को समझ नही आ रहा था । इस हलचल मे स्थिर खड़ा था तो बस केशव । सबसे बेखबर वो बस अपनी मीनू की सलामती की दुआ कर रहा था उसने ना चाय पी ना किसी से बात की।

” डॉक्टर साहब मेरी बेटी …!” थोड़ी देर बाद डॉक्टर के बाहर आने पर अनिता जी ने पूछा।

” वो अब खतरे से बाहर है उन्हे दो मिनट को होश आया था उम्मीद है अगले दो घंटे मे उन्हे पूरी तरह होश आ जायेगा । पर अभी उन्हे दो दिन icu मे रहना होगा !” डॉक्टर मुस्कुराते हुए बोले और आगे बढ़ गये।

” हे ईश्वर तेरा शुक्र है !” सबने राहत की सांस ली। पर केशव अभी भी अपनी जगह से हिला नही शायद उसने डॉक्टर की बात सुनी ही नही।

” केशव बेटा तुम्हारी दुआ ईश्वर तक पहुंच गई मीनाक्षी को होश आ गया अब आओ बैठ जाओ कितने घंटो से खड़े हो !” सुरेंद्र जी केशव के पास जा उसकी कमर पर हाथ रख बोले।

” पापा जी !” केशव एक दम से सुरेंद्र जी के गले लग गया । सुरेंद्र जी इसके लिए तैयार नही थे ना उन्हे अपेक्षा थी इसकी । किन्तु केशव की मानसिक स्थिति समझते हुए उन्होंने उसे अपने अंक मे भर लिया और उसकी पीठ थपथपाने लगे । सुरेंद्र जी के कंधे से लगा केशव बहुत देर तक रोता रहा । सुरेंद्र जी ने भी उसे रोने दिया। जब रोकर उसका मन हलका हो गया तो सुरेंद्र जी उसे बैठाने को ले जाने लगे पर ये क्या।।

केशव अचानक लड़खड़ा कर गिर पड़ा ये शायद लम्बे समय तक खड़े रहने की वजह से था। सुरेंद्र जी ने डॉक्टर को बुलाया और केशव को चेकअप के लिए भेजा।

” सुरेंद्र जी एक से एक महान लोग देखे है दुनिया मे पर आपसा कोई नही देखा । जिनकी बेटी मौत के मुंह मे हो फिर भी तनिक गुस्सा नही कोई रोष नही बल्कि जिसके कारण ये सब हुआ उससे भी एक शब्द गुस्से मे नही बोला आपने अपितु उसे गले लगा उसे दिल्लासा दे रहे है । सच मे आप महान है सिर्फ पैसे से ही नही दिल से बड़े है आप !” कैलाश जी सुरेंद्र जी के आगे हाथ जोड़ते हुए बोले।

” अरे कैलाश जी ये क्या कर रहे है आप । माना हमारे बच्चो ने अलग होने का फैसला किया , माना इसमे गलती केशव की थी तो एक बेटी का बाप होने के नाते मुझे बहुत गुस्सा आना चाहिए । आया भी था गुस्सा पर मेरे गुस्से से क्या लाभ क्या दोनो फिर से एक हो जाते नही ना ? वैसे भी अगर मैं एक पुरुष की हैसियत से देखूँ तो केशव एक हद तक सही भी लगता है शायद ये उसका इगो नही आत्मसम्मान हो । कारण जो भी हो पर होता वही है जो ईश्वर की इच्छा हो। इसलिए मैने सब ईश्वर की रजामंदी समझ स्वीकार किया। रही मीनाक्षी की इस हालत की बात तो जितना दर्द मुझे है उतना ही दर्द मैने केशव की आँखों मे देखा है उसे तड़पते देखा है । उसकी आँखों मे सच्चाई देखी है बस इसलिए मुझे उसपर गुस्सा नही आया।” सुरेंद्र जी बोले।

” इतनी गहरी सोच भी कोई बड़े दिल का इंसान ही रख सकता है सुरेंद्र जी !” कैलाश जी बोले।

” बस बस अब आप मुझे महान बनाने पर मत तुलिए भाभी जी को लेकर घर जाइये कल से भूखे है आप लोग !” सुरेंद्र जी बोले ।

” सुरेंद्र जी भूखे तो आप भी है आप ऐसा कीजिये भाभी जी और माधव बेटा को लेकर घर जाइये नहा धोकर आराम करके आ जाइएगा तब तक मैं हूँ यहां।” कैलाश जी बोले।

” कैलाश जी हम भी चले जाएंगे अभी डॉक्टर से मिलेंगे । आप जाइये अभी देखिये भाभी जी कितनी थकी लग रही है !” सुरेंद्र जी ने समझाया।

” पर मीनाक्षी बिटिया !!”

” उसकी चिंता मत कीजिये यहाँ हम है मैं अनिता को भी कुछ देर आराम करने भेज दूंगा आप लोग आ जाइएगा दुबारा पर अभी जाइये ! रही केशव की बात वो ठीक है उसे भी घर भेजनें की कोशिश करूंगा मैं । ” सुरेंद्र जी बोले । थोड़ा नानुकर के बाद वो लोग चले गये । इधर सुरेंद्र जी ने माधव से भी मां को घर ले जाने को कहा किन्तु माधव ने जिद करके अपने माता पिता को घर भेज दिया और खुद रुक गया । सुरेंद्र जी ने केशव से भी घर जाने को बोला पर उसने इंकार कर दिया।

थोड़ी देर बाद केशव को अच्छा लगा तो वो बाहर आकर बैठ गया किन्तु माधव ने उसकी तरफ देखना भी गँवारा ना किया । बल्कि केशव को देखते ही माधव के चेहरे पर गुस्सा आ गया।

” नर्स दो घंटे हो गये किन्तु अभी तक मीनू को होश नही आया। एक बार कम से कम मुझे उससे मिलने तो दो !” नर्स को देख केशव बोला।

” डॉक्टर अपना काम कर रहे है आप निश्चिन्त रहिये और जब डॉक्टर कहेंगे तभी आप मिल सकते है उनसे  !” नर्स बोली और चली गई।

” पहले किसी को इतना दर्द दो फिर उसके लिए शोर मचाओ !” माधव गुस्से मे बोला।

” जानता हूँ माधव सब गलती मेरी है किन्तु मेरी गलती की सजा मैं तुम्हारी बहन को नही पाने दूंगा बस एक बार वो सही हो जाये उससे बहुत दूर चला जाऊंगा मैं  !” केशव दर्द भरी आवाज मे बोला।

” यही सही भी होगा क्योकि तुम्हारे कारण दीदी पहले ही बहुत रोई है । मम्मी पापा बहुत परेशान हुए है अब दुबारा ऐसा हुआ तो मैं बर्दाश्त नही कर पाऊंगा और मुझे खुद नही पता मैं क्या कर जाऊंगा !” गुस्से मे मुट्ठी भींचते हुए माधव बोला।

” ऐसी नौबत नही आएगी मैं तुमसे वादा करता हूँ जिस दिन तुम्हारी दीदी बिल्कुल ठीक हो जाएगी उसी दिन मैं बिन बताये तुम लोगो से दूर चला जाऊंगा मेरा साया भी मीनू पर नही पड़े इतनी दूर !” आँखों मे आँसू लिए केशव बोला।

ये इश्क भी जाने कैसा होता है पास रहते महबूब की कदर नही और दूर जाते के लिए दिल तड़पता है ।

थोड़ी देर बाद सुरेंद्र जी और अनिता जी वापिस आ गये वो साथ मे केशव और माधव के लिए खाना भी लाये जिसे केशव ने खाने से इंकार कर दिया ।

” बेटा किसी के लिए पश्चाताप और दुआ करने के लिए शरीर मे ताकत भी जरूरी है !” सुरेंद्र जी ने समझाया।

” बस एक बार मीनू को होश आ जाये फिर मैं खा लूंगा आप परेशान मत होइए प्लीज !” केशव हाथ जोड़ कर बोला । उसके बाद सुरेंद्र जी ने उसे मजबूर नही किया । माधव को उन्होंने घर भेज दिया।

” डॉक्टर क्या कोई दिक्कत है जो मीनाक्षी को होश नही आ रहा जबकि आपने कहा था दो घंटे मे आ जायेगा पर अब तो 5 घंटे हो गये !” सुरेंद्र जी ने डॉक्टर से जाकर पूछा।

” हमें कुछ समझ नही आ रहा सुरेंद्र जी सब कुछ ठीक है उसे होश भी आ जाना चाहिए था पर लगता है उन्हे किसी बात का सदमा लगा है और उसकी जीने की इच्छा भी खत्म सी हो गई है !” डॉक्टर चिंतित हो बोले।

” नही डॉक्टर आप कुछ भी कीजिये कहीं से भी डॉक्टर बुलाइये पर मीनाक्षी को जल्द से जल्द होश मे लाइये !” सुरेंद्र जी बोले।

अनिता जी डॉक्टर की बात सुन फिर से रो दी । केशव भी फिर से डर गया । अनिता जी को रोता देख उसे बहुत दुख हो रहा था । एक मां को इतना बड़ा दर्द दिया है उसने वो खुद को माफ़ नही कर पा रहा था । अचानक वो अपनी जगह से उठकर अनिता जी के कदमो मे बैठ गया । सुरेंद्र जी और अनिता जी हैरान रह गये उसे इस तरह बैठते देख।

” माँ आप मत रोइये आपकी बेटी को कुछ नही होगा । उसे खुद मे जीने की इच्छा जगानी ही होगी । मुझ जैसे नाकारा इंसान के लिए वो आप लोगो को दर्द नही दे सकती उसे ठीक होना ही होगा !” अनिता जी के दोनो हाथ पकड़ केशव रोते हुए बोला। अनिता जी को कुछ समझ नही आया बस उन्होंने नम आँखों से केशव के सिर पर हाथ फेर दिया । तब केशव उनकी गोद मे सिर रख फूट फूट कर रो दिया। अनिता जी जो कुछ समय पहले तक उससे गुस्सा था उसके इस तरह बिलखने पर खुद को रोक ना सकी और उसे प्यार से चुप करवाने लगी।

दोस्तों अब कहानी अपने अंतिम पड़ाव पर है । बस आप मीनाक्षी के लिए दुआ कीजिये वो जल्दी होश मे आ जाये वरना बहुत से लोग बिखर जाएगे

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