गुप्ता प्रॉपर्टी वाले – नेकराम: Moral stories in hindi

Moral stories in hindi: नरेश को शहर में एक नया मकान खरीदना था किसी ने गुप्ता प्रॉपर्टी वाले का पता बता दिया नरेश अपनी पत्नी उर्मिला को लेकर गुप्ता प्रॉपर्टी वाले के पास पहुंचे,,,,

गुप्ता जी ने नरेश को मोहल्ले के भीतर कई मकान व फ्लैट दिखाएं

किंतु नरेश को कम दामों में अच्छा मकान चाहिए था तब गुप्ता जी ने बताया शहर में छोटी सी जमीन भी लोगे तो 10 लाख रुपए से कम नहीं आएगी फिर भी हम 15 लाख में तुम्हें एक फ्लैट बना बनाया दे रहे हैं

उर्मिला ने बताया हमारे पास सिर्फ 14 लाख रुपए है गांव के खेत बेचकर हमने इतनी रकम इकट्ठी की है गुप्ता जी ने कहा एक लाख का और इंतजाम कर लो क्योंकि जिनका फ्लैट है वह मजबूरी में 15 लाख रुपए का फ्लैट बेच रहे हैं उर्मिला और नरेश वापस अपने किराए के कमरे में आ पहुंचे सारी रात कशमकश चलती रही आखिर एक लाख रुपए का और इंतजाम कहां से होगा ,,,,

उर्मिला ने अपने पति से कहा कि क्यो ना हम सीधे फ्लैट वाले मालिक के पास चलते हैं गुप्ता जी से कोई बात नहीं करेंगे नरेश ने उर्मिला की बातों की हां में हां मिलाई और सुबह जाने का निर्णय ले लिया सुबह हो चुकी थी नरेश और उसकी पत्नी उर्मिला उसी मोहल्ले में पहुंचे

इधर-उधर कुछ देर भटकने के बाद उन्हे एक गली में वह एड्रेस मिल गया उर्मिला ने गेट पर तीसरे नंबर की बेल बजाई तीसरी मंजिल की बालकनी से एक बुढ़िया ने झांका और ऊपर आने का इशारा किया उर्मिला और नरेश सीढ़ी के रास्ते से तीसरी मंजिल पर पहुंचे ,,,,

बालकनी वाली बुढ़िया चारपाई पर वापस लेट गई थी बोली हमें यह फ्लैट बेचना है मेरे दो बेटे हैं उनकी शादी हो चुकी है वह अपना-अपना हिस्सा मांग रहे हैं सोच रही हूं अपने जीते जी इस फ्लैट को बेच दूं और अपने दोनों शादीशुदा बेटों को उनका हिस्सा दे दूं वरना वह मेरे मरने के बाद आपस में लड़ते रहेंगे,,,,

गुप्ता जी ने यह फ्लैट की कीमत 10 लाख रुपए बताई है मैंने कहा था कि कम से कम 12 लाख रुपए दिलवा दीजिए प्रत्येक बेटों को छ लाख रुपए तो मिल ही जाएंगे ,,,

शहर में जमीन ना आ सके तो उनकी एक कच्ची छोटी सी झोपड़ी ही आ जाएगी उन्हें किराए के कमरों में दर-दर भटकना तो नहीं पड़ेगा

तब गुप्ता जी बोले,,,,, आपका यह फ्लैट बहुत छोटा है माताजी दीवारें सीलन से भरी हुई है खिड़की दरवाजे भी पुराने हो चुके हैं 10 लाख रुपए से ज्यादा नहीं मिलेंगे मैंने मजबूरी में हां कर दी उर्मिला ने अपने पति नरेश के कान में कुछ कहा और बोली गुप्ता जी जबकि माताजी से यह फ्लैट 10 लाख रुपए में ऐठना चाहते थे गुप्ता जी इस एक फ्लैट से पूरे 5 लाख रुपए कमाना चाहते थे ,,

शुक्र है हम सीधे माताजी के पास आ गए अगर हम फ्लैट वाली अम्मा को बारह लाख रुपए दे दे तो फिर भी हमें दो लाख रुपए की बचत होगी गुप्ता जी एक ही झटके में करोड़पति बनना चाहते हैं

तब नरेश ने बताया काम धाम इनके पास होता नहीं किसी गरीब की  मजबूरी का फायदा उठाकर मकान फ्लैट बेचते खरीदते रहते हैं

उर्मिला ने एक सप्ताह के भीतर ही बुढ़िया माता जी से वह फ्लैट 12 लाख का खरीद लिया और बूढ़ी माता जी से कहा मैं जानती हूं आपके दोनों बेटे शादीशुदा है

6लाख में दो झोपड़ी खरीदनी होगी लेकिन उनमें उतनी जगह ना होगी कि तुम उसमें अपने शादीशुदा बहू बेटों के साथ रह सको हम तुम्हारी मजबूरी का फायदा नहीं उठाएंगे तुम्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है

हमारी माताजी बनकर आप इस फ्लैट में हमेशा के लिए रह सकती हो मन करे तो अपने बच्चों से मिलकर भी आ सकती हो

जाने आने का खर्चा भी हम देंगे वह बूढ़ी माता जी आज भी उस फ्लैट में रहती है उर्मिला ने अपने बचे हुए 2 लाख रुपए से उस फ्लैट की

अच्छे से मरम्मत करवा ली गली में सबसे शानदार फ्लैट उनका ही है

जो दूर से चमकता है

उर्मिला अपने सभी रिश्तेदारों और पड़ोसियों को समझती पैसा बहुत मेहनत से आता है इसलिए प्रॉपर्टी डीलर से बचना चाहिए यह अपना मकान कूड़े के भाव खरीदेंगे और बेचेंगे सोने के भाव

नेकराम सिक्योरिटी गार्ड स्वरचित रचना दिल्ली से

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