बुजुर्ग है माता पिता – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

क्या भाभी जी विनोद भाई साहब की इतनी तबियत खराब है आप अकेले परेशान हो रही है आशीष नहीं आया, नहीं आया शालिनी भाभी ने आंखों में आंसू भरकर  कहा  बेटा तो तभी तक सगा था जबतक उसे पैसा चाहिए था अब उसका काम पूरा हो गया तो अब हमलोगों से मतलब नहीं रखता शालिनी … Read more

रोज़ी का फौजी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

शारदा आज बीना जा रही थी। कान्वेंट स्कूल में ओरियेंटशन प्रोग्राम था। काउंसलिंग कोर्स और चाइल्ड साइकॉलजी के नियमित अध्ययन से यह एक नई उपलब्धि थी शारदा के लिए।एक शिक्षक के तौर पर पिछले चौबीस वर्षों से अध्यापन करते हुए ,पढ़ाने के साथ-साथ बच्चों को मानवीय मूल्यों का महत्व समझाती रही थी शारदा।अब विभिन्न विद्यालयों … Read more

क़िस्मत की कठोरता; – दीपांशी राजपूत : Moral Stories in Hindi

सोद्रा की शादी को अभी कुछ ६ महीने भी नहीं हुए थे की उसे घर से अलग रहना पड़ रहा था। पुराना समय सोचते सोचते उसे याद आया की कैसे सब उसे दिन भर प्यार से रखते और रखते भी क्यो ना क्युकी सोद्रा थी ही एक बहुत गुणवान, पढ़ी लिखी और हंसमुख लड़की। पर … Read more

मैं भी इस घर का हिस्सा हूं,मुझे भी थोड़ा स्नेह पाने का अधिकार मिलना चाहिए……. – सिन्नी पांडे : Moral Stories in Hindi

संध्या दांत दर्द से कराहते हुए अपने कमरे में लेटी थी। दांत दर्द के कारण उसके आधे सर में भी दर्द था। सुबह ऑफिस जाते वक्त नितिन ने उसे चाय और ब्रेड बनाकर खिला दिया था और दवा दे दी थी। दांत में दर्द के अलावा संध्या के होंठ में अंदर की तरफ एक छाला … Read more

पतिधर्म – देवश्री गोयल : Moral Stories in Hindi

कई वर्षों बाद सौरभ नाम से किसी का फ्रेंड रिक्वेस्ट  देख कर  अचंभित हो गयी थी सुरभि…!अनायास ही प्रोफाइल चेक करने लगी देखूं तो कौन है??।प्रोफ़ाइल फोटो देख कर सुरभि का शक यकीन में बदल गया।ये तो सौरभ ही थे। जल्दी 2 उसने सौरभ का पूरा प्रोफ़ाइल  देख डाला ।पत्नी, बच्चे,व्यवसाय मित्र कामयाबी की दास्तां … Read more

व्यापार – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi

        शुभी आफिस से लौट कर घर में ही घुस पाई थी कि फोन बज उठा। टिफिन और स्कूटी की चाबी टेबल पर रखी और पर्स में से फोन निकाला।    दीपक का था।  शुभी ने गुस्से में फोन काट दिया और विचारों में खो गयी। ‘ आज इतने साल बाद?…. क्या जरूरत थी जो फोन करना … Read more

प्रमाण पत्र – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi

    कक्षा में प्रवेश करने के बाद मेरी नजर अनायास ही उस लड़की पर ठहर गई जो बेंच के एक कोने में सिकुडी हुई सी बैठी थी।   सभी छात्राओं से अलग थलग, दुबली पतली, साँवली, भोली भाली और मासूम सी।     सामान्य सी बात थी, कोई न कोई छात्र अलग थलग सा होता ही है। मैने अपना … Read more

तृषा का फैसला : Moral Stories in Hindi

short story in hindi

तृषा थकी हुई, चिंतित और खिन्न मन से अपनी माँ के पास आई थी। उसकी आँखों में गहरी उदासी थी और चेहरे पर तनाव साफ झलक रहा था। उसने दरवाजा खोला और सीधे माँ के सामने जाकर बैठ गई। उसकी माँ, मीरा जी, अपनी बेटी के इस बदले हुए भाव को देखकर चिंतित हो उठीं। … Read more

मैं तो बस मां की इच्छा बता रही हूं। – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

शकुन्तला जी बिलकुल जीर्णावस्था में आ चुकी थीं । सभी ने उनके बचने की उम्मीद छोड़ दी थी । बस अब किसी भी वक्त भगवान के घर से उनका बुलावा आ सकता था । उनके दोनों बेटे, बहुएं और पोता पोती सब आखिरी वक्त उनकी सेवा में लगे थे। उनकी बेटी अंकिता भी अपनी माँ … Read more

“दूसरा सूरज” -: Moral Stories in Hindi

किरण देवी अपने जीवनसाथी की मृत्यु के बाद गहरे अकेलेपन में जी रही थीं। उनका बेटा और बहू विदेश में थे और अपनी व्यस्त जिंदगी में उलझे हुए थे। उन्होंने किरण को इस वृद्धाश्रम में रहने के लिए कहा ताकि वह अपने हमउम्र लोगों के साथ समय बिता सकें। यह वृद्धाश्रम अन्य वृद्धाश्रमों से अलग … Read more

error: Content is Copyright protected !!