स्नेह_का_बंधन – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi
रघुवीर जी का इकलौता बेटा था राघव। यथा नाम तथा गुण। संस्कारी पढ़ने में होशियार। हर माता-पिता की तरह रघुवीर जी का भी सपना था कि उनका बेटा बहुत बड़ा आदमी बने। जबकि उनकी पत्नी मीना जी हमेशा ही कहती, देखो जी ज्यादा ऊंचे ख्वाब ना देखो। ना अपने बेटे को दिखाओ। हमारा इकलौता बेटा … Read more