रिक्त स्थान (भाग 35) – गरिमा जैन

पूरे चांद की रात थी और कमरे में बिखरी चांदनी में रेखा संगमरमर सी तराशी  बहुत खूबसूरत लग रही है ।आज उसने सफेद रंग की पोशाक पहनी है ।वह बिल्कुल परी लोग से उतरी कोई अप्सरा लग रही है। बहुत दिनों के बाद आज रेखा का मन काफी हल्का है। इधर काफी दिनों से दिल … Read more

रिक्त स्थान (भाग 34) – गरिमा जैन

भारत माता की जय रेखा ने सब को संबोधित करते हुए जैसे ही यह नारा लगाया पूरा हॉल भारत माता की जय से गूंज उठा। रेखा धीरे से मुस्कुराई।तभी किसी ने उससे एक बड़ा तीखा प्रश्न किया ” तो आप भी एक फेमिनिस्ट है??” रेखा ने मुस्कुराते हुए बहुत अच्छा उत्तर दिया उस प्रश्न का। … Read more

रिक्त स्थान (भाग 33) – गरिमा जैन

उस हादसे को बीते आज 2 हफ्ते हो चुके लेकिन उसकी कड़वी यादें आज भी रेखा की मन पर छाई रहती हैं। जितेंद्र रेखा से कुछ कटा कटा सा रहने लगा है। रेखा क्या करें!! वह समझ नहीं पाती, वह किस तरह जितेंद्र को फिर से वैसा ही हंसता मुस्कुराता बना दे ,उसके घर का … Read more

रिक्त स्थान (भाग 32) – गरिमा जैन

आज रेखा की जिंदगी का बहुत बड़ा दिन है ।आज उसकी जिंदगी में दो दो खुशियां एक साथ दस्तक दे रही थी। जानू आज पहले दिन स्कूल जा रहा था और रेखा ने आज अपने सालों की मेहनत के बाद कंपनी खोली है। यह दो साल ना जाने पंख लगा कर कहां उड़ गए? रेखा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 31) – गरिमा जैन

आज रेखा की जिंदगी का बहुत बड़ा दिन है ।आज उसकी जिंदगी में दो दो खुशियां एक साथ दस्तक दे रही थी। जानू आज पहले दिन स्कूल जा रहा था और रेखा ने आज अपने सालों की मेहनत के बाद कंपनी खोली है। यह दो साल ना जाने पंख लगा कर कहां उड़ गए? रेखा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 30) – गरिमा जैन

हेलो रेखा ,तुम्हारे लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है  ।अपना व्हाट्सएप खोल कर देखो ।” रेखा जल्दी से व्हाट्सएप खोलती है। व्हाट्सएप की फोटो देखकर वह उछल पड़ती है। उसका पासपोर्ट बन गया था और वीजा अप्रूव हो गया था । उसकी हंसी सुनके जितेंद्र को ऐसा लगता है जैसे जिंदगी में उसने सब कुछ पा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 29) – गरिमा जैन

हेलो रेखा ,तुम्हारे लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है  ।अपना व्हाट्सएप खोल कर देखो ।” रेखा जल्दी से व्हाट्सएप खोलती है। व्हाट्सएप की फोटो देखकर वह उछल पड़ती है। उसका पासपोर्ट बन गया था और वीजा अप्रूव हो गया था । उसकी हंसी सुनके जितेंद्र को ऐसा लगता है जैसे जिंदगी में उसने सब कुछ पा … Read more

रिक्त स्थान (भाग 28) – गरिमा जैन

जितेंद्र की मां सुकून से ना जाने कितने समय के बाद आज अपने कमरे में बैठी हैं। रेखा जैसी बहू पाकर उनकी जिंदगी की सारी मुश्किलें जैसे हल हो गई। जितेंद्र ना जाने कितने सालों के बाद इतना खुश दिखाई दे रहा है ।अब उन्हें जितेंद्र की कोई चिंता नहीं। रेखा जैसी सुलझी लड़की को … Read more

रिक्त स्थान (भाग 27) – गरिमा जैन

आखिर वह पल आ गया जिस पल का इंतजार हर प्रेमी युगल करता है ।प्यार के वह पल जब दोनों एक दूसरे से दिल की बात कर सके ,मन से जैसे एक बोझ उतर जाता है। विवाह का पवित्र बंधन प्रेम का साक्ष्य प्रतीक बन जाता है ।जीतेंद्र रेखा से कहता है ” रेखा आज … Read more

रिक्त स्थान (भाग 26) – गरिमा जैन

जिंदगी से काले बादल धीरे-धीरे छटने लगे हैं आज रेखा और जितेंद्र विवाह के पवित्र बंधन में बंध जाएंगे। रेखा के चेहरे पर नूर है ऐसा नूर जो सच्चे प्यार से ही चेहरे पर आता है ।मुस्कुराहट उसके चेहरे से हटती ही नहीं। रेखा की मां सारे इंतजाम देखने में व्यस्त है ।इतने बड़े घराने … Read more

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