डिगरी से समझ नहीं आती – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

सोनिया , बेटा कल शाम  कल्पना जी  और आशीष अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ सगाई की रस्म करने आ रहे हैं तो कल सवेरे राघव को स्कूल और संदीप जी के ऑफिस जाने के बाद इधर  ही आ जाना । और  उन्हें बता  देना कि शाम को सीधे यहीं आ जाए ।तू सुन रही है … Read more

भाग्यहीन – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ रति याद है ना बेटा कल मंगलवार है मंदिर जाना है… जल्दी सो जा तभी तो जल्दी उठ कर सारा काम कर पाएंगे  तभी मंदिर जा सकते है नहीं तो देर हो जाएगी स्कूल जाने में … तू सुन रही है ना… आजा सोते हैं किताब बंद कर के लाइट ऑफ कर दें ।” … Read more

*भाग्य रेखा * – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

           ‌  ‘माँ !क्या मैं सचमुच भाग्यहीन हूँ? दादाजी, ताऊजी कोई भी मुझसे प्यार से बात नहीं करते। दादीजी, बुआ, ताई जी सब मुझे भाग्यहीन कहकर ही बुलाती है, जैसे यही मेरा नाम हो आपने कितना प्यारा नाम रखा है मेरा। मेरी भी इच्छा होती है ,कि सब मुझे मेरे नाम से बुलाए। मेरे पापा नहीं … Read more

भाग्यहीन – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

चारों तरफ हाहाकार…रोने पीटने की आवाज़ें…हर कोई ग़म से सरोबार। विनय के मम्मी, पापा, भाई, बहन और रिश्तेदार सबका रो रोकर बुरा हाल था। लेकिन निधि, निधि तो जैसे पत्थर सी हो गई थी। विनय के शहीद होने की खबर सुनकर वो तो बस शून्य में ताक रही थी और कभी-कभी अपने मेंहदी लगे हाथों … Read more

किस्मत से लड़ाई – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

“राजस्थान “के ‘जयपुर’ में “रामगढ़” नाम का एक छोटा सा’गांव’ था—। उसी गांव में मदनेश्वर नाम का लड़का अपनी बुढ़ी मां “सरला” और पत्नी “दिव्यांगना” के साथ हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहा था— । पुरखों की थोड़ी बहुत जमीन थी जिससे उनका गुजारा ठीक-ठाक से हो जाता–।  अम्मा जी खाना लगाती हूं— रात काफी हो … Read more

दिखावा जरूरी है… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

…”देखो रवि सारी हमारी पसंद की चीजें हैं… मां हमसे कितना प्यार करती है…  मैंने उससे तुम्हारी पसंद के बारे में… एक बार जिक्र भर किया था.… उसने तो लगता है सबका सब रट डाला…!”  रवि ने पैकेट में से एक सोंठ का लड्डू उठाकर… अपने मुंह में रखा और अनमने ढंग से चलते हुए … Read more

कर्मयोगी – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

      विजय देखो अब ये अपने गंगू का बेटा मुन्ना यही हमारे पास रहा करेगा।      पर क्यों पापा? इसका अब कोई नही रहा है।गंगू अपनी पत्नी को सरकारी हॉस्पिटल ले जा रहा था,एक ट्रक की टक्कर से दोनो की मौके पर ही मौत हो गयी, मुन्ना स्कूल गया हुआ था,अब यह तो अनाथ हो गया ना।अब … Read more

भाग्यहीन – निभा राजीव निर्वी : Moral Stories in Hindi

“जाहिल गंवार कहीं की!!! मैंने कौन सी फाइल लाने कही थी और तुम यह क्या लेकर के आई हो… शक्ल के साथ-साथ अक्ल भी घास चरने चली गई है क्या…हे भगवान! यह किसके पल्ले बांध दिया मुझे मेरे मां-बाप ने… मुझसे बड़ा भाग्यहीन कौन होगा जो तुम्हारे जैसी गंवार मेरे मत्थे मढ़ दी गई… अब … Read more

भाग्यहीन – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“अरे! इस भाग्यहीन को यहाँ क्यों उठा ले आए? पैदा होते ही अपनी माँ को खा गई और अब बाप को! मैं इस मनहूस को यहाँ नहीं रहने दूंगी।” माँ जी अपनी बहू रीना पर चिल्लाई। “मां जी, मैं प्राची को आपकी सेवा के लिए ही लाई हूँ।” माँ जी को शांत करते हुए रीना … Read more

बांझ – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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राधिका की खुशियां थामे नहीं थम रही थी आखिर आठ साल बाद मां बनने का सौभाग्य जो मिल रहा था।खुश तो माधव भी बहुत था आखिर नाउम्मीदी के दलदल में उम्मीद का कमल खिला था । अब बांझ नहीं कहेगा कोई मुझे ये सोच सोच राधिका खुश हो रही थी । कितना कुछ सहा उसने … Read more

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