नियति की मोहर – रुचि पंत

अपने ग्राहक के दुपट्टे पर उन रंगबिरंगे फूलों के गुच्छों बीच पीले पराग की कढ़ाई करती चित्रा के घर के समीप से गुज़रती गाड़ी की तेज हॉर्न एकदम से सुन वो काँप उठी और अनायास नुकीली सुई उसके कोमल हाथों में चुभ गई। “ये रवि के आने का समय नहीं है।” अपने आपको संभालती वो … Read more

खुश रहने का हक तो उन्हे भी है ना ?

” हेलो जी मेरा नाम सिमरन है आप शायद इस क्लब मे पहली बार आये हो क्योकि आपको पहले नही देखा यहाँ ?” आहना रैकेट लिए खड़ी थी कि एक औरत उसके पास आकर बोली। ” जी हाँ असल मे हम अभी कुछ दिन पहले ही यहां शिफ्ट हुए है और आज क्लब मे पहला … Read more

नियति नही बदल सकते हालात तो बदल सकते है !!- अंजना ठाकुर

ये क्या कह रहा है बेटा अपने घर की इज्जत अब काम करने जायेगी लोग क्या कहेंगे की अपनी बेटी को खिला नही पा रहे तो उसको कमाने भेज दिया शायद हमारे घर की नियति ही यही है की बेटी का घर बसना नही लिखा पहले तेरी बहन जल्दी विधवा हो गई और मायके रह … Read more

रोशनी – Short Inspiring Story In Hindi

  ” साॅरी मिस्टर टंडन,आपकी बच्ची की आँखों के कुछ टिशुस अविकसित ही रह गयें जिसके कारण वह…”     ” वह क्या… डाॅक्टर साहब” प्रमोद डाॅक्टर साहब पर चीख पड़े।   ” वह कभी देख नहीं सकती..” कहकर डाॅक्टर अपने केबिन में चले गये और प्रमोद…, उनके तो जैसे पूरा शरीर ही सुन्न पड़ गया हो।अभी कुछ देर … Read more

नियति के खेल, कोई नहीं जानता… – रोनिता कुंडु

अरे सुषमा..! पद्मिनी को नहीं बुलाया, बबलू के जन्मदिन की पार्टी में..? रमा जी ने अपनी बहू सुषमा से कहा…  पद्मिनी उन लोगों की पड़ोसी थी…  सुषमा:   मम्मी जी..! आप तो जानती है उनका… आ जाएंगे एक प्लास्टिक का गिफ्ट लेकर और खाना भरपेट खाकर चले जाएंगे… रमा जी:   सुषमा..! जिसकी जितनी औकात … Read more

नियति को तो बदला भी जा सकता है – सुषमा यादव

शालू अपने पति के साथ सरकारी दौरे पर गई थी।  वहां एक छोटे से कस्बे में उनके पहचान के एक अधिकारी मिल गये थे। उन्होंने अपने घर में उन्हें आमंत्रित किया।शालू ने देखा,उनकी सीधी सादी पत्नी बड़े ही चाव से सबको जलपान करवा रही थी। पति विनोद तो बहुत ही हैंडसम लग रहे थे,पर पत्नी … Read more

नियति का खेल – रश्मि सिंह

शिखा-मम्मी कल सुमन की शादी है, मेरे पास कोई ढंग के कपड़े नहीं है, आप तो जानती हो कितने बड़े घर की है वो तो थोड़ा ठीक ठाक बनकर जाऊँगी। उमा (शिखा की माँ)-जानती हूँ तुम दोनों बचपन की सहेलियाँ हो, उसने कभी अपनी अमीरी को तुम दोनों की दोस्ती के बीच नहीं आने दिया, … Read more

कश नियति बन जाता है

टेबल से फ़ाइल पास करके आखिरकार आज का कार्य मैंने पूरा कर लिया था। ऑफिस का समय पूरा होने में केवल आधा घंटा बचा था तो मैंने कल की पूरी करने वाली फाइल्स की टू डू लिस्ट बनानी शुरू कर दी।  कार्य यदि पहले से तय हो तो पूरा कर पाना आसान होता है।  लिस्ट … Read more

मेरी कहानी

सात दिन तक आईसीयू में मौत से संघर्ष के बाद चार दिन वेंटिलेटर पर रखने से भी कोई फायदा नही हुआ… और शकुंतला मुझे अकेला छोड़ के इस दुनिया से चली गई.. शायद यही मेरी नियति है..इस उम्र में ऐसा गम. सत्तर साल के आलोक बाबू अपने आप से बातें कर रहे थे.. हार्ट अटैक … Read more

ममता – Moral Short Story In Hindi

रमिया की शादी को दस वर्ष हो चुके थे , लेकिन वो अभी भी संतान के सुख से वंचित थी । उसके सास-ससुर भी बहुत परेशान रहते थे ,क्योंकि शान्तनु उनका इकलौता बेटा था । अगर उसकी कोई औलाद नही हुई तो हमारा वंश आगे कैसे बढ़ेगा ?? ऐसा नही की रमिया और शान्तनु ने … Read more

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