सास से प्यार भरा रिश्ता – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

अरे माला तू यहां कैसे माल में घूमते हुए जैसे ही रूपा की नजर माला पर पड़ी वह चहक कर बोली और दोनों गले लग गईं ।माला बोली अभी अभी छः माह पहले ही मेरे पति का स्थानांतरण यहां हुआ है। चल आज मैं जल्दी में हूं फोन नंबर दे और मैं अपना भेजतीं हूं।कल … Read more

“काश ऐसी समझने वाली मां जैसी सास हर लड़की को मिले। – स्मृति गुप्ता : Moral Stories in Hindi

यार! सोहा तू इन सब बातों को इतना सीरियसली क्यों लेती है? ये दुनियां हकीकत से बहुत दूर होती है, ये सब व्यूज और पैसे के लिए कुछ भी पोस्ट करते हैं। लेकिन सोहा पर अपनी सहेली खुशबू की बातों का कोई असर नहीं होता था। फेसबुक, इंस्टाग्राम की पोस्ट और reels देख देख कर … Read more

काश ऐसे समझने वाली सास हर घर में हो – कमलेश राणा : Moral Stories in Hindi

रमन जब ऑफिस से लौटा तो दरवाजे के बाहर से ही मनु के तेज- तेज रोने की आवाज़ उसके कानों में पड़ी तुरंत ही रीना की लापरवाही पर उसे जोर का गुस्सा आने लगा।ऐसी भी क्या नींद कि बच्चा इतनी जोर- जोर से रो रहा है और इसे सुनाई ही नहीं दे रहा।  वह भनभनाता … Read more

काश,,? मेरे जैसी सास सबको मिले – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

और मनीषा कैसी हो ,बस ठीक हूं आंटी । क्या बात है मनीषा अब बिल्कुल दिखाई नहीं देती है , हां आंटी जबसे मम्मी गई है किसी से मिलने जुलने का मन ही नहीं करता है। हां वो तो है बेटा तुम्हारी मम्मी का जाना तो हम लोगों को भी बहुत खलता है ।हम लोग … Read more

वो अभी भी तुम्हारी मां पहले है।। – अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

सुरभि को ससुराल आए दो साल हो गए है ससुराल मैं पति ,सास,ससुर और एक  ननद है परिवार मै सभी के बीच बहुत प्यार है सुरभि को कभी ऐसा नहीं लगा कि वो दूसरे घर मैं है मायके मैं माता पिता और एक छोटी बहन है ।बस एक ही शिकायत है कि सुरभि के पति … Read more

कलयुग की यशोदा माँ – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

सरोज! अब मेरी भी टिकट बुक करवा दो । ब्याह के पूरे एक महीने पहले आ गई थी । सारे काम बढ़िया से निपट गए , बहू- बेटा भी घूमफिर कर आ गए । ब्याह की थकान भी उतर गई , भई ! अब मत रुकने को कहना ।  चलो ठीक है जीजी ! कल … Read more

काश ऐसे समझने वाली सास हर घर में हो – के कामेश्वरी : Moral Stories in Hindi

सरिता की शादी को हुए दो महीने ही हुए थे । जैसे ही उसने ससुराल में कदम रखा था कि सास निर्मला ने उसे अपनी बाँहें फैलाकर घर में स्वागत किया था । करोना के कारण बेटा प्रकाश वर्कफ्रम होम होने से माता-पिता के पास आकर रहने लगा था । उसी समय का उपयोग करते … Read more

समझदारी से स्नेह की बुनाई – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

इस छोकरी को कितना समझाया कि इन किताबों को छोड़। थोड़ा घर का काम धंधा सीख। पर कोई अच्छी बात पल्ले पड़े तब ना।‌ और जुबान तो कैंची की तरह चले है इसकी। न छोटे का पता है, न बड़े का।‌ मेरे को पहले ही पता था कि सासरे में ये पक्का नाक कटवाएगी।‌ पता … Read more

*हटना आवरण का* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

    शादी तय होते ही मम्मी ने समझाना शुरू कर दिया था कि बेटी हर हाल में तुझे अवनीश के साथ अपनी सास से अलग होना है।अवनीश का दूसरा भाई है तो सास उसके पास रह सकती है।       जब पहली बार मम्मी ने मालिनी को यह समझाया तो उसे बड़ा अजीब सा लगा।उसे लगा था कि … Read more

मुझे ऐसी ही सास चाहिए – चाँदनी झा : Moral Stories in Hindi

राधिका ने सात साल की अपनी बेटी रिया, और आठ साल की अपनी भतीजी जिया से अनेक सवाल के बाद, जब ये सवाल किया कि “तुम्हें सास कैसी चाहिए?” दोनों ने सवाल छूटते ही कहा, “मेरी नन्ना (नानी)जैसी, मेरी दद्दा (दादी) जैसी।” जिज्ञासावश…राधिका ने कहा,…”क्यों? तुम्हें अपनी नानी के जैसी ही, या तुम्हें अपनी दादी … Read more

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