परम संतोष – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

   राधा चाची रसोई में काम करने के साथ-साथ बड़बड़ाती जा रही थीं , ‘ऐसे अनाड़ी के पल्ले से बांधी गई हूँ कि सेहत ठीक हो या न हो, रसोई मेें तो हमें ही खटना पड़ेगा।हमारे साथ की सारी सहेलियों के पति और दूर क्यों जाएं रिश्ते- नातों में ही देख लो, आजकल सब आदमी रसोई … Read more

आंसू बन गए मोती – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

एक बार मैं जिंदगी से परेशान होकर शहर से भाग कर गांव आ गया। शहर की भागम भाग से और काम के तनाव से एवं शांति की कमी की वजह से मै थक चुका था।  रोज की बेजान दिनचर्या से ऊब चुका था मैं…. अभी दो वर्ष पहले ही माता पिता के मना करने के … Read more

“मन के हारे हार है मन के जीते जीत” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अपने इकलौते बेटे को हल्दी लगते माथे पर सेहरा सजते और दूल्हा बनते हुए देखकर दिनेश जी की आंखें बार-बार भर आती, यह वही बेटा था जिसके होने पर इन्हीं परिवार वालों और रिश्तेदारों ने अफसोस जाहिर किया था और आज वही सब उनकी खुशी में शामिल होकर नाच गा रहे हैं खुशियां मना रहे … Read more

अधूरापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

         जानकी,कब तक यूँ ही आंसू बहाती रहोगी।भाग से समझौता करना सीख लो।        मैं कहाँ आंसू बहा रही हूँ, तमे तो यूँ ही भैम रहे है।       तेरे साथ साथ रहते 14 साल  हो गये हैं, जानकी क्या तुझे समझन को अगले जनम की जरूरत है?मैं क्या तेरा दर्द ना समझूँ हूँ?सच जानकी वो दर्द तो मेरा … Read more

बड़ा बच्चा भी बच्चा है – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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” अदिति शाम को हमे बाजार चलना है तुम्हारे भाई के लिए कुछ कपड़े लेने इसलिए अपना होमवर्क जल्दी से पूरा कर लेना तुम !” सुजाता अपनी दस साल की बेटी से बोली। ” मम्मा भाई का तो बर्थडे भी  फिर उसके लिए कपड़े क्यों?” अदिति मासूमियत से बोली। ” अरे तो क्या हुआ बर्थडे … Read more

आँसू बन गये मोती – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

सुमी चाहे घरेलू सहायिका थी, अपने बच्चे अनूप को स्वयंसिद्ध बनाया था सुमी ने। अनुशासित जीवन था उसका। सुबह परम प्रभुु का शुकराना करो, बडेे बुजुर्गों का चरण स्पर्श कर आशीष लो, खुद का काम खुद करो। सुमी सुमंगला जी की घरेलू सहायिका थी। सुबह से शाम तक जो भी काम हो, बडी लगन से … Read more

ऑंसू बन गए मोती – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

 आज शशि अपनी मेहनत और लगन के बल पर  मशहूर  शेफ बन चुकी है।कुछ दिनों पहले शशि ने  खुद की डिशेज की किताब भी लाॅन्च  की।उसकी तस्वीर एक प्रसिद्ध पत्रिका में छपी थी।उसके नीचे तारीफ में लिखा था’मशहूर शेफ शशि जी ने अपनी डिशेज की किताब भी लाॅन्च की है,जिसे अत्यधिक सराहना मिली है।उस पत्रिका … Read more

कर्मो का फल – मधू वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

वृद्धाश्रम की संचालिका की कुर्सी पर बैठी कमला जी सामने बैठी अपनी ही दुनिया  में खोई हुई जेठानी को देखकर एकदम हतप्रभ रह गईं। तभी सामने खड़े चपरासी मदन ने बताया बहन जी कोई लोग गाड़ी में आए थे और हाईवे के मेरठ कॉफी हाउस में इन्हें बिठाकर खाने के कुछ पैसे कॉफी हाउस वाले … Read more

आंसू बन गए मोती – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

सीमा और मीना देवरानी और जेठानी दोनों की ज्यादा नहीं बनती थी सीमा बड़े घर की बेटी नखरे बहुत ज्यादा थे सीमा की लव मैरिज हुई अनुज कभी भी सीमा को किसी बात से रोक-टोक नहीं करता था सुबह आराम से उठना नाश्ता करके अपने कमरे में फिर चली जाती थी आराम से खाना खाना … Read more

ऑंसू बन गए मोती – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

रजनी की शादी के कई साल बाद भी उसे मातृत्व का सुख नहीं मिला था और अब तो उसकी देवरानी गीता भी मां बनने वाली थी। रजनी खुश तो बहुत थी पर उसने अपने ही घर में अब सभी के नजरों को बदलते हुए महसूस करने लगी थी। काम काज करके दफ्तर निकल जाती और … Read more

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