जेठानी की अकड़ और देवरानी का स्वाभिमान – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi  : मालकिन मैं जा रही हूं , रमा की आवाज कान में पड़ी तो रुचिका बोली खाना खा लिया !! हाँ मालकिन खा लिया रमा बोली !! रूचिका बोली , मैंने तेरे बच्चों के लिए खीर डिब्बे में भरकर रखी हैं जरा लेते हुए जाना !! रमा बोली मालकिन रोज – … Read more

दीदी , आपकी बहू गरीब मायके की बेटी हैं और मेरी बहू अमीर मायके की बेटी हैं !! – स्वाती जैंन : hindi Stories

hindi Stories : मम्मी जी मैं अपने मायके से भर – भरके सोना लाई हूं समझी !! मुझे कुछ बोलने से पहले सोच लिजिएगा अब इस घर की मालकिन मैं हूं आप नहीं रीमा अपनी सास गीता से बोली !! गीता बोली भगवान से ड़र बहू , रोज सुबह से शाम सुनाती रहती हैं , … Read more

परिवर्तन संसार का नियम हैं !! – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : दादाजी सूरज अस्त होने वाला है घर चलो , पार्क में खेलते खेलते पोते रजत ने दादाजी विशंभर जी से कहा !! रजत की आवाज सुनकर एकदम से विशंभर जी की तंद्रा टूटी और वे बोले हां चलो !! घर जाने का बिल्कुल मन नहीं कर रहा था विशंभर जी … Read more

दीदी तेरा देवर दिवाना !! – स्वाती जैंन

short story in hindi

शिवानी को कॉलेज से घर लौटते वक्त यह एहसास हुआ कि कोई उसका पीछा कर रहा है, जैसे ही उसने पीछे देखा एक लड़का उसके पीछे से आया और बोला हेलो क्या आप मुझसे दोस्ती करोगी ?? शिवानी को बहुत गुस्सा आया वैसे भी वह ऐसे मनचले लड़कों से बहुत परेशान थी जो मुंह उठाए … Read more

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