गर्दन ऐंठी रहना – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

प्राचीनकाल  में  घने जंगल में एक कुआँ था।उसमें बहुत सारे मेंढ़क अपने-अपने परिवार के साथ रहते थे।बस कुआँ भर ही उनकी दुनियाँ थी।उनमें से एक मेढ़क काफी मोटा-ताजा था।साथ में उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी थे।कुआँ के सभी मेंढ़कों से मोटा होने के कारण वह मेंढ़क खुद को दुनियाँ का सबसे शक्तिशाली जीव समझता … Read more

अधिकार – डाॅ संजु झा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :..बाजार में रंग-बिरंगी राखियाँ देखकर ऊषा को आभास हो गया कि सावन का महीना आ चुका है।पूरी खरीददारी कर चुकने के बाद  हर वर्ष की भाँति ऊषा के  कदम राखी की दुकान पर थम गए। उसने बिना भोल-भाव किए एक खूबसूरत-सी राखी ले ली और घर वापस आ गई।  शाम हो … Read more

खोखले रिश्ते – डाॅ संजु झा

सामान्य परिवार की नीना की शादी बहुत  अमीर घराने में हुई। आम लड़कियों की तरह नीना का भी सपना था कि उसका पति खूबसूरत  और सुदर्शन व्यक्तित्व का हो,परन्तु साधारण कद-काठी और साँवले रंग के पति अनिल को पाकर उसके सपनों पर मानो तुषारापात हो गया। नीना के गोरे रंग काली घनी जुल्फें,छरहरी काया,बड़ी-बड़ी गहरी … Read more

बड़े घराने की बहू – डाॅ संजु झा

हमारे पड़ोस में एक पांडेय परिवार रहते थे,उनसे हमारा आत्मीय सम्बन्ध था।उनकी पत्नी श्वेता हमारी दोस्त थी।पांडेय  परिवार  जितने ही संपन्न थे,उतने ही सभ्य भी।उनके दो बेटे थे-सुमित और सुन्दर। सुमित  देखने में साधारण  था,परन्तु पढ़ने में उतनी ही कुशाग्र बुद्धि का।उसे शिक्षा का महत्त्व पता था,इस कारण वह अपना ध्यान  पूरी तरह पढ़ाई-लिखाई में … Read more

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