अब आगे..
सामने से चिंकी को आता हुआ देख रोहन ने अपना मुंह दूसरी तरफ फेर लिया…
चिंकी रोहन के सामने से होकर गुजर गई ..
और अपनी सहेली का हाथ पकड़ बाहर रेंट पर मंगवायी गाड़ी में बैठ गई ..
रोहन भी जल्दी से सर्राटे से अपनी कार में बैठा..
वह उनकी गाड़ी का पीछा करने लगा ..
मन ही मन बहुत ही टेंशन में था रोहन यह सोचकर कि क्या इस बार भी मेरी शादी नहीं हो पाएगी…
ये लड़की ठीक नहीं है ..
कुछ देर गाड़ी चलाने के बाद उसके फोन पर उसके ऑफिस से कॉल आता है..
सर, अभी तक आप आए नहीं…
तुम लोग जब तक मीटिंग हैंडल करो ..
मैं एक जरूरी काम में फंस गया हूं …
थोड़ी देर में आता हूं…
इससे जरूरी काम क्या हो सकता था रोहन के लिये…
जिसके साथ वह सात फेरे लेने जा रहा है,,
जो उसकी जीवन संगिनी बनने वाली है …
उसके बारे में जांच पड़ताल करना भी तो बनता ही है…
तभी गाड़ी एक घर के सामने जाकर रुकी…
उसके अंदर दोनों सहेलियां चली गई …
अब तो रोहन बेचैन हो गया…
यह दोनों क्या करने गई है अंदर…
कौन है जिससे मिलने के लिए गई है …
थोड़ी देर तक रोहन ने उनके आने का इंतजार किया…
जब कुछ भी हलचल नहीं हुई…
और ना ही कोई आवाज आई तो रोहन अपना सब्र खो बैठा…
और उसने जोर-जोर से दरवाजे की कुंडी बजाना शुरू कर दिया…
जब कई बार बजाने पर भी कुंडी ना खुली,,तो रोहन ने और जोर से कुंडी बजाई…
तभी कुछ देर में एक आदमी ने दरवाजा खोला…
तमीज नहीं है क्या…??
इतनी देर से दरवाजा पीटे जा रहे हो…
डोर बेल भी है…
दिख नहीं रही…
जी ,,सॉरी, मुझे डोर बेल नहीं दिखी …
कौन है आप ..??
हम तो आपको नहीं जानते…
वह आदमी बोला…
जानता तो मैं भी आपको नहीं हूं …
लेकिन आपके घर में दो लड़कियां गयी है थोड़ी देर पहले अन्दर…
उनमें से एक लड़की को बहुत अच्छे से जानता हूं मैं…
क्या आप उन्हे बुला देंगे …??
क्यों ..??
आप कैसे जानते हैं …??
पहले आप यह बताइए ..
आप कैसे जानते हैं …??
रुको अभी यहीं …
तभी वह आदमी चिंकी और उसकी सहेली को आवाज देकर बुलाता है…
चिंकी सामने रोहन को देखकर घबरा जाती है…
रोहन जी…
आप ..??
यहां क्या कर रहे हैं …??
पहले तुम मुझे यह बताओ कि तुम इस शहर में क्या कर रही हो…??
अभी कुछ देर पहले मैंने तुम्हें बिल्कुल सिंपल सूट में देखा था…
फिर तुम लोग एक रेस्टोरेंट में गई …
वहां जाकर तुम उन दोनों का लुक ही चेंज हो गया…
मुझे कुछ समझ नहीं आया…
कैन यू क्लियर मी …??
व्हाट इज़ गोइंग ऑन …??
तो आप मेरा पीछा कर रहे थे …
आपको मुझ पर शक है…
कहिये रोहन जी…
शादी की सबसे मजबूत डोर विश्वास होती है…
शायद वह डगमगा रहा है आपका रोहन जी…
चिंकी उदास हो बोली…
नहीं ऐसी बात नहीं है चिंकी…
मेरा विश्वास कम नहीं हो रहा है…
मैं बस यह पूछना चाहता हूं …
मेरे मन में भी कई तरह के प्रश्न है…
कोई भी इस तरह से अपनी होने वाली मंगेतर को देखेगा तो इस तरह के प्रश्न मन में आना लाजमी है …
तो आईये फिर अंदर,,मैं आपको बताती हूं …
रोहन को अंदर बैठाया गया…
वह आदमी ,उसकी पत्नी भी आकर बैठ गये …
तो सुनो रोहन….
तुम जो भी हो, चिंकी के दोस्त, शायद ज़ितना बातों से पता चला मंगेतर हो…
हां जी …
वी आर इंगेज्ड…
तभी सामने से आती हुई औरत को देखकर रोहन उठ खड़ा हुआ…
और बाहर की ओर जाने लगा…
जय श्री राधे
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यह आजकल के बच्चे (भाग-14) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi
मीनाक्षी सिंह
आगरा