ज़िंदगी जरूरी है या स्पीड – प्राची अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

अनिल शहर के एक बड़े बिजनेसमैन हैं। भगवान की कृपा से उनके घर में लक्ष्मी साक्षात विराजमान है। जिस किसी चीज में भी हाथ डालते वहीं सोना बन जाती। कहते हैं ना जैसे-जैसे धन बढ़ता है वैसे वैसे व्यक्ति का दंभ बढ़ता जाता है। रहीसाई बढ़ने के साथ-साथ शौक भी बड़े-बड़े होने लगे। नई-नई गाड़ियां … Read more

मेरा बेटा – एम पी सिंह : Moral Stories in Hindi

कमला देवी के2 बेटे थे, बड़ा बेटा अनिल, प्राइवेट कंपनी में टेक्नीशियन था और छोटा बेटा सुनील, बड़ी कंपनी में इंजीनियर था। अनिल का एक बेटा था  अमन, जो कमला देवी का लाडला था। सुनील के घर जब बेटी पैदा हुई तो सुनील ओर कमला देवी दोनो नाखुश थे। लड़की पैदा होने के बाद, अनिल … Read more

नफ़रत की दीवार – सीमा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

“पापा जी, आई एम् सॉरी! पर चाचा जी बड़े हैं, आदरणीय हैं। आपकी और मम्मी जी की अनुपस्थिति में उन्हें मान-सम्मान देना और उनकी आवभगत करना मेरा कर्तव्य है। मैं उन्हें कैसे मना करती? वे कह रहे थे कि वे फिर से आएंगे और आपसे डिस्कस करके ही अनुज भैया की रिंग सेरेमनी का प्रोग्राम … Read more

स्नेह की सुनामी – शुभ्रा बैनर्जी : Moral Stories in Hindi

सरिता जी आज मोहल्ले के दुर्गा मंदिर में सदा की तरह ढोलक बजा रहीं थीं।प्रत्येक सप्ताह ही महिलाओं के द्वारा मंदिर में भजन हो रहा था आज।विशेषता आज की यह थी कि आज “रामनवमी”थी।जवारे अपराह्न विसर्जित किए जा चुके थे।सुबह मंदिर में सार्वजनिक हवन भी हो चुका था। भजन के दौरान आज शाम सरिता जी … Read more

‘”नफरत की दीवार” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

कुछ ज्यादा ही चिपकू टाइप नहीं है यह अजय हर समय रिश्तेदारी निकालने को तैयार रहता है जाने क्यों इतना बोलता है किराए पर कमरा दे दिया तो जाने क्या समझ लिया? तुम भी ना इसे ज्यादा सिर मत चढ़ाओ। इतना भी क्या गले पडना के सामने वाले को अनकंफरटेबल लगने लगे? मैंने तो किराए … Read more

दो बहुओं के बीच नफ़रत की दीवार – गीतू महाजन : Moral Stories in Hindi

दर्शना जी और उनके पति दीपक जी मेज़ पर बैठे नाश्ता कर रहे थे। उनके दोनों बेटे नाश्ता कर और टिफिन लेकर फैक्ट्री के लिए निकल चुके थे।बड़ी बहू नीरजा उन्हें परांठे परोस रही थी और छोटी बहू काजल ने चाय चढ़ा रखी थी।  दर्शना जी का संयुक्त परिवार था। दोनों बेटे अपने पापा के … Read more

बदलता रुख़ – रश्मि वैभव गर्ग : Moral Stories in Hindi

माही शहर की पॉश कॉलोनी में रहती थी । दो वर्ष पूर्व माही के पति का सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया था । सार्थक ,माही का इकलौता बेटा था । पति के जाने के बाद माही ने अपने और बेटे के जीवन यापन करने के लिए टिफिन सर्विस शुरू कर दी थी । माही … Read more

सही राह – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

मनीषा के पापा रविप्रताप जी बैंक में क्लर्क और मम्मी सुगंधा जी गृहणी थीं । रविप्रताप जी के तीन बेटियाँ तृप्ति ,  और ज्योति, मनीषा थीं व एक बेटा सुबोध जो मनीषा से बड़ा था।  सब एक ही शहर के आस – पास रहते थे । मनीषा ने पुष्कर नाम के लड़के से अंतर्जातीय विवाह … Read more

दिखावे की जिंदगी – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

लड़की प्लेट में दशहरी आम के लम्बे लम्बे पीस काटकर लाती है और प्लेट में दो चम्मच रख देती है। जैसे ही मनमीत की नजर उस प्लेट पर पड़ती है बो सोचने लगता है कि ये क्या ये तो नया ही तरीका है आम खाने का हमारे यहां तो पकड़कर चूस देते हैं जब तक … Read more

“आँखों में खटकना” – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

मीरा जी बहुत खुश थी , छोटी बहु राधा , के घर मे आने से । पूरे घर में  चहल पहल थी । जो भी , रिश्तेदार , पड़ोसी ,बहु को देखने , आते सबसे बहु राधा की तारीफ करते नही थक रही थी। और तो औऱ बातो बातो में, अपनी आदत से लाचार मीरा … Read more

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