नमक की नदी – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi
गाँव के पश्चिम में बहती नदी का नाम था “शुक्रिया”। लोग कहते, यह नदी नमक के आँसू बहाती है, क्योंकि इसके किनारे बसे हर घर की दास्तान में कोई न कोई ऐसा था, जिसने किसी न किसी के नमक का हक चुकाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। आज भी जब नदी … Read more