बदलते रिश्ते (भाग-19) – अंबिका सहगल : Moral stories in hindi
थोड़ी देर में हम निलेश के घर के पास थे, वहां से हमने आंटी जी को लिया, मैं आंटी जी को देख कर कार से नीचे उतरी और उनके पैर छुए, मैं पिछली सीट पर बैठने लगी तोह आंटी जी ने प्यार से कहा, “तापसी बेटा आप आगे बैठो, मुझे वैसे भी पिछली सीट पर … Read more