क्यों ना करूं अपनी किस्मत पर नाज – बिंदेश्वरी त्यागी : Moral Stories in Hindi

कहां मर गई सीमा सौतेली मां ने कर्कश आवाज में कहांl यह बर्तन पड़े हुए हैं उन्हें कौन साफ करेगाl अपने हाथ में ली हुई किताब तकिए के नीचे छुपा कर सीमा चुपचाप जाकर बर्तन साफ करने लगी l बर्तन साफ करके हाथ सुखा रही थी कि उसकी मां विमला देवी ने फिर से आवाज … Read more

हरे कांच की चूड़ियां! – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

घर में मेहमानों की रेलमपेल मची थी। बाहर वाले कमरे में भीतर बरामदे से लेकर छत तक… सब जगह सुनीति अपनी ननद के घर उनकी पच्चीसवीं मैरिज एनिवर्सरी के अवसर पर आई थी… अपनी पति ,बच्चों और सासू मां सरला जी के साथ यूं तो ( सासू) मां साथ चलने को तैयार नहीं थी.. अभी … Read more

क्यों ना करूं अपनी किस्मत पर नाज – उषा विजय शीशीर खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

आज स्मिता बड़ी खुश थी और हो भी क्यों ना आज वह सी ए जो बन गई थी कुर्सी पर बैठी बैठी अचानक 20 वर्ष पूर्व चली गई वह सोचने लगी  वह 4 वर्ष की थी, पापा बाजार घूमा कर जब लाऐ, क्या देखते हैं घर के सामने भिड लगी हुई है अचानक पापा उसे … Read more

मन की खुशी – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

 ‘माँ !वह राधा इतनी खुश कैसे रह सकती है? दिन भर खेतों में मजदूरी करती है। सुबह विद्यालय में पढ़ने जाती है, वहाँ भी हमेशा प्रसन्नचित्त, उत्साह से भरी दिखती है। उसके चेहरे पर उदासी का लेशमात्र भी दिखाई देता है। विद्यालय में सब उससे बहुत खुश रहते हैं। जिसे देखो उसकी तारीफ ही करता … Read more

अभागी या सुभागी..!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सब लोग कहते थे निधि तू अभागन है अरे भगवान ने तुझे एक बेटा नहीं दिया तीन तीन लड़कियां है तेरी ऊपर से तेरा पति .. निठल्ला.. बेकार..!! क्या होगा तेरा मुन्नी.. मां भी सिर पर हाथ मार कर कह उठती थी हे ईश्वर मैं बड़ी अभागी हूं मेरी ही बिटिया के साथ सब कुछ … Read more

पति पत्नी का रिश्ता – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

सुंदरलाल जी अपने कमरे मे गुमसुम से बैठे एक तस्वीर को निहार रहे थे वो तस्वीर उसकी थी जो कुछ दिनों पहले तक जीती जागती सुंदरलाल जी के साथ थी पर आज तस्वीर हो गई थी । वो तस्वीर थी सुंदरलाल जी की अर्धांगिनी सरला जी की जो अभी पंद्रह दिन पहले उनके साथ अड़तालिस … Read more

तेरी जैसी क़िस्मत कहाँ किसी की – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ चलो उठो ये लो चाय पी लो ।” साइड टेबल पर चाय रखते  हुए रोहित ने अंकिता को प्यार से कहा और माथे पर चुंबन अंकित कर दिया  अंकिता मुस्कुराते हुए पति को देखी और सँभल कर उठ कर बैठ गई। “ क्या बात है आज पतिदेव बहुत मेहरबान हो रहे है … ये … Read more

एक टुकड़ा रोटी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

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अखिल और राजेश आज अपने बेस्ट फ्रेंड विवेक की शादी में आए हुए थे। उसकी सगाई में भी दोनों ने बहुत इंजॉय किया था और खूब डांस किया था।  वे लोग शादी में भी सुबह तक रुकना चाहते थे लेकिन अगले दिन सुबह अखिल की ऑफिस में एक अर्जेंट मीटिंग थी, पहुंचना जरूरी था। इसीलिए … Read more

विछोह – श्वेता सोनी : Moral Stories in Hindi

दो बरस पहले ऐसे ही माँ चली गई थीं आँखों में आँसू भर के, मन में एक टीस लिए.  शुभि  कितना रोई थी तब ना, शुभि तो उतना अपनी विदाई पर भी नहीं रोई थी जितना उस दिन रोई थी.  यह रोने और उदासी का सिलसिला तो उसी दिन से शुरू हो गया था जिस … Read more

जब मां ने बताई अपनी कीमत !! – स्वाती जैन : Moral Stories in Hindi

साहिल ऑफिस से जैसे ही घर पहुंचा , सुरेखा जी को नजर अंदाज करके सीधा अपने कमरे में चला गया !! सुरेखा जी तो बेचारी कब से उसी का इंतजार कर रही थी मगर साहिल को तो मां के पास रुकने की तो छोडो उनको देखने तक की फुर्सत नही थी !!  सुरेखा जी का … Read more

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