रोते रोते बस अपनी किस्मत को कोसती जा रही थी – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

सुमन को पार्क में आए तीन घंटे हो चुके थे,रोज की तरह सुबह सात बजे सैर के लिए घर से निकली थी और अब दस बज रहे थे ,सैर भी कितनी करती आखिर।थक चुकी थी,घर वापस जाने को मन ही नही कर रहा था,सोचने लगी कैसा घर किसका घर।पहले घर पति का था अब घर … Read more

NRI दामाद – शिव कुमारी शुक्ला : Moral Stories in Hindi

न जाने किस घडी में मेरे मम्मी-पापा ने एक  एन आर आइ दामाद क सपना देखा था। असल में हुआ  ऐसा कि मेरी मौसी की लड़की की शादी NRI से हुई और वह अमेरीका में रहकर अपने पति के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही थी। तभी मेरी मम्मी ने भी सोच लिया कि वे … Read more

जीत ना सकी – गीता वाधवानी : Moral Stories in Hindi

पुराने जमाने में अक्सर ऐसा होता था कि परिवार में बच्चों की संख्या अधिक होती थी, जैसे की 5 -6 भाई बहन या फिर 7- 8 भाई बहन आपस में होते थे। और कई बार ऐसा भी होता था कि सबसे बड़े भाई या बहन के विवाह में सबसे छोटा भाई या बहन गोद वाली … Read more

थोड़ा सा बचा कर रखा है ,ये जो बचपन!! – पूर्णिमा सोनी : Moral Stories in Hindi

बहू रानी,ये जो तुमने बालों को उठा कर सिर  पर जूड़े जैसा ( कहना तो चाहा था घोंसले जैसा) बांध लिया है ना ये कुछ अच्छा नहीं लग रहा है मुझे… आज ही  सारे नेगचार पूरे हुए हैं.. कोई आएगा तो क्या कहेगा? सोनल ( मालती जी की बहू) की आज ही नदी पूजन, देवी … Read more

क़िस्मत वाली या बदकिस्मत – रश्मि प्रकाश  : Moral Stories in Hindi

आज अपनी तीसरी बेटी को भी हँसी ख़ुशी विदा करने के बाद तनु घर समेटने में व्यस्त थी तभी सुमति जी आई और बोली,“ बहू बड़ी भाग्यशाली है मेरी पोतियाँ जो इतने अच्छे घर में ब्याही गई… तीनों अपने माता-पिता के लिए जितनी फ़िक्रमंद रहती है उससे ज़्यादा उनके पतियों को तुम दोनों की चिंता … Read more

कड़वाहट – तान्या यादव : Moral Stories in Hindi

सिया सांवली सलोनी सी एक अनाथ लड़की जिसे ससुराल वालों ने मनहूस कहकर घर से निकाल दिया। क्योंकि शादी के दिन ही उसके पति की मौत हो गई थी।  सिया रोते-रोते बस में चढ़ गई और जब होश में आई तब तक प्रयागराज पहुंच चुकी थी। सिया की जिंदगी शुरू होने से पहले ही समाप्त … Read more

तेरहवीं – दिक्षा बागदरे : Moral Stories in Hindi

विभा आज दीपिका की तेरहवीं पर आई थी। मन बहुत भारी हो रखा था। तभी उसने कुछ महिलाओं को बातचीत करते सुना।  कोई दीपिका की मौत को लेकर कयास लगा रही थी। तो कोई उसके चरित्र को लेकर सवाल उठा रही थी।  तो कोई उसकी शिक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगा रही थी???? यह सब सुनकर … Read more

जीवन का जहर – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 जीवन है अगर तो जहर पीना ही पड़ेगा         मदर इंडिया फ़िल्म का यह गाना कानो में गूंज रहा था,और सरला की जीभ पर तो आज मानो सरस्वती मां विराजित हो गयी थी,बहुत ही कम बोलने वाली सरला को इतना मुखर पहले कभी भी किसी ने नही देखा था।       देखो मैं मानती हूं बुरे समय मे … Read more

घड़ियाली आंसू बहाना – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पूरे पन्द्रह दिन अस्पताल में रहने के बाद कमला जी कीने आज सुबह-सुबह अन्तिम सांस ली,इस समय उनके पास उनकी सहायिका रामकली के अलावा कोई नहीं था देखरेख करने के लिए।हांलांकि जिस दिन उनको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था उसके दूसरे दिन ही कमला जी के तीनों बच्चों को अड़ोस पड़ोस की मदद लेकर … Read more

जब आंख खुली,तभी सवेरा – बिमला महाजन : Moral Stories in Hindi

घर में प्रवेश करते ही उसका सासू मां से सामना हो गया। “इस समय कहां से ? “उन्होंने जानना चाहा  ” बस, स्टेशनरी की दुकान तक गई थी , कुछ सामान लाना था ।कल ललित की परीक्षा है न? “उसने उत्तर दिया । ” इन कपड़ों में ?  तुम अब इस घर की बहू हो … Read more

error: Content is Copyright protected !!