सिर्फ़ माँ हूँ – विभा गुप्ता
” वकील साहब, आप कल 11 बजे आकर सभी कागज़ात पर मुझसे दस्तख़त करवा लीजिए, इस काम में मैं और देर करना नहीं चाहती।” अपनी बात पूरी करके मानसी फ़ोन रख ही रही थी दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई, ” लेकिन मैडम, इसमें आपने अपने बड़े बेटे को तो कुछ भी नहीं दिया है।” “ये … Read more