..दो स्त्रियाँ….दिव्या शर्मा
“देख मालती, उदय के जाने के बाद कोई तो होना चाहिए जो उसका बिजनेस संभाल ले!” जेठानी ने मालती को समझाते हुए कहा।मालती की नजर दीवार पर टंगी बेटे की फोटू पर चली गयी।दर्द आँखों में आँसू बनकर बह गया। “हुँ” गर्दन हिला कर बस इतना ही कह पाई। “इस दुख को तो कम नहीं … Read more