बाॅयकाॅट” – ऋतु अग्रवाल
दीवाली का त्यौहार आने में कुछ ही दिन बाकी थे। आसपास के सभी घरों में सफाई अभियान छिड़ा हुआ था। सब अपने घर की सफाई के बाद निकले हुए कबाड़ को कबाड़ वाले के पास ले जाकर बेच रहे थे। शुभा भी अपने घर के सामने से निकलते हुए कबाड़ वाले को रोकते हुए बोली,” … Read more