अब कोई समझौता नहीं ‘ – विभा गुप्ता
” बेटे की याद आ रही है..।” जगदीश बाबू ने पत्नी गायत्री से पूछा तो वे बेटे का फोटो अपने आँचल में छिपाती हुई बोली, ” नहीं तो, मैं भला उसे क्यों याद करूँ जो अपनी माँ को ही भूल गया है।” ” हाँ-हाँ, सब समझता हूँ।आज उसका जन्मदिन है ना,उसे आशीर्वाद देने का … Read more