मां को टोकना और रोकना नहीं….. – भाविनी केतन उपाध्याय 

” राशि, ये सब क्या है ? पिछले चार पांच महीने से देख रहा हूं कि तुम कुछ ज्यादा ही राशन लेने लगी है….. और दूसरे खर्च भी तुम्हारे बढ़ गए हैं,भई अपना रसोई का बजट तुम से नहीं संभलता तो मुझे और मां को दे दो” कहते हुए संदीप ने राशन से भरी ट्राली … Read more

अपरिभाषित प्रेम सीमा वर्णिका 

आज आँसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे ..अश्रुओं की अविरल धारा ने अतीत पर जमी धूल को हटाकर जैसे  अनावृत कर दिया हो । सब कुछ चलचित्र भांति आँखों के समक्ष घूम रहा है। वह मेरी मित्र थी..या कोई रूहानी  सम्बन्ध था उससे ..आज तक मन समझ न पाया । ‘सिद्धि ‘-हाँ यही … Read more

सांडों की लड़ाई – नरेश वर्मा 

देश में अरबपतियों की संख्या का ग्राफ़ तेज़ी से बढ़ रहा है ।क्या इस तथ्य से मैं खुश हो जाऊँ ।यह तो ऐसा होगा जैसे बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना।अरबपति करोड़पति की तो बात ही क्या, मैं तो सही मायने में लखपतियों की गिनती में भी नहीं आता।मेरे स्वयं का ग्राफ़ बढ़ने के नाम पर … Read more

मधुमालती का सा वक्त – तृप्ति शर्मा 

 शाम के गरम माहौल और चलती ठंडी हवा के साथ उड़नें का जी लिए मालती छत पर गई।दो दिन पहले ही उसके पेट मे तीन महीने पहले हुए नए एहसास ने दम तोड़ा था,उसके लिए ये नई बात नही थी,ऐसा पहले भी कई बार हो चुका था उसके साथ।   पर पति सचिन के मना करने … Read more

उम्र हो गई तो क्या… हूं तो सुहागन ही ना!! – सविता गोयल 

  ” बड़ी बहू, वो … देखो ना मेरी ये लाल साड़ी यहाँ से फट गई है… रंग भी बदरंग सा हो गया है…. हर बार होली पर लाल साड़ी ही पहनती हूँ ना… और कोई दूसरी लाल साड़ी भी नहीं है … इस बार  हाट जाओ तो….  मेरे लिए भी एक लाल साड़ी ला … Read more

वक्त – बीना शुक्ला

वक्त से अधिक बलवान कौन है? यह बात विशालाक्षी से अधिक इस समय कौन जान सकता है? वक्त बीतता चला जाता है, पता ही नहीं चलता। आज दस साल बाद अपने शहर लौटकर आई है विशालाक्षी। अपनी आश्रम सखी गुंजन बहुत आग्रह करके जबरदस्ती अपनी बहन ने बेटे की शादी में लिवा लाई था उसे। … Read more

रांग नंबर ने बनाया राइट रिश्ता – संगीता अग्रवाल 

” हैलो मुस्कान !” तृप्ति ने अपनी दोस्त को फोन किया। ” जी कौन ?” सामने से मर्दाना आवाज सुन तृप्ति ने हैरानी से फोन देखा। ” जी हमे मुस्कान से बात करनी है फोन उसे दीजिए !” तृप्ति फोन को कुछ पल घूर फिर से कान पर लगा बोली। ” देखिए यहां मुस्कान तो … Read more

 स्त्री भी अपने लिए प्रेम और ममत्व चाहती हैं !! – स्वाती जैंन : Short Animal Stories in Hindi

सुधा ने सुबह उठकर जैसे – तैसे घर का काम किया , अभी भी पेट में दर्द हो रहा था मगर बच्चों का टिफिन , बच्चों का दूध और नाश्ता तैयार करने में दर्द को एक बाजू रखना पड़ा और उन्हें स्कूल के लिए तैयार किया !! बच्चों की वैन आ गई तो घर की … Read more

बहू…तुम अपने किस बेटे से ज्यादा प्रेम करती हो!!-मीनू झा : Simple Short Motivation Stories in Hindi

पता नहीं कैसे समझाऊं बहू को…जाने क्यों उसे हमेशा ऐसा लगता है कि मैं नील को वेनु से ज्यादा प्यार करती हूं.. दोनों मेरे बच्चे हैं,एक नाती और एक पोता..भला मेरे लिए क्या फर्क होगा दोनों में,वो क्यों सोचती है ऐसा?? मां… मुझे आप इन औरतों वाले मामले में ना ही घसीटो तो बेहतर..वीना ये … Read more

चलो दिलदार चलो चांद के पार चलो.. – निधि शर्मा : Very Short Motivation Story in Hindi

“आज भी याद करती हूं तो लगता है कल कि ही तो बात थी! जब हमारी शादी तय हुई थी दिल चाहता था आपसे कुछ प्रेम भरी बातें करूं पर कहीं न कहीं डर भी लगता था। हाथ में फोन उठाती थी कुछ नंबरों तक जाती थी, फिर वापस हाथों को पीछे कर लेती थी।” … Read more

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