मां को टोकना और रोकना नहीं….. – भाविनी केतन उपाध्याय
” राशि, ये सब क्या है ? पिछले चार पांच महीने से देख रहा हूं कि तुम कुछ ज्यादा ही राशन लेने लगी है….. और दूसरे खर्च भी तुम्हारे बढ़ गए हैं,भई अपना रसोई का बजट तुम से नहीं संभलता तो मुझे और मां को दे दो” कहते हुए संदीप ने राशन से भरी ट्राली … Read more