सोनाझुरी और कबीगुरु (भाग 5) – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi
दोपहर के एक बजे। सुमित अपने कमरे में कपड़े बदल रहा था जब किसी ने दरवाजा खटखटाया। यह शौमित था, जो अभी-अभी सोनाझुरी पहुंचा था। अपने पापा से मिलकर उसके चेहरे पर मुस्कान बिखर आयी। तभी नमिता कमरे में दाखिल हुई। “बेटा, ये नमिता आंटी है। इन्ही की ज़िद्द के कारण तुम यहाँ आ सके!”- … Read more