धूप के बाद की ठंडी छांव – रजनी श्रीवास्तव अनंता
“बुआ मैं भी आपके साथ चलूंगी, पड़ोस वाली आंटी के घर!” छाया ने जिद की तो दोनों बुआ ने उसे अपने साथ ले लिया। गर्मी की छुट्टियों में एक सप्ताह के लिए उसकी दोनों बुआ मायके आयी थीं। दोनों साथ हीं आती थी। सब दोस्तों और रिश्तेदारों से, मोहल्ले वालों से, मिलकर जाती थीं। वे … Read more