बेटियां – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

अरे!” तीसरी भी बेटी हो गई बहू को।हे भगवान बेटे की लालच में सुनील ने ये क्या कर दिया”… कमला जी बहू की तीसरी संतान के होने का दुख मना रहीं थीं। चारों तरफ मातम पसरा था जैसे आने वाली नन्ही सी परी ने कोई गुनाह कर दिया हो।सुनील तो अपनी किस्मत को कोस रहा … Read more

सफाई कर्मचारी – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुनिता नगर महा पालिका में एक सरकारी सफाई कर्मचारी थी और अपने परिवार के पालन पोषण के लिए वो बड़ी इमानदारी से काम करती थी। उसके दो बेटे थे, कभी – कभी वो भी उसके साथ आ जाते थे। एक बार बड़े बेटे राजू ने मां की मदद के लिए झाड़ू उठा लिया तो सुनिता … Read more

नमक की नदी – डॉ० मनीषा भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

गाँव के पश्चिम में बहती नदी का नाम था “शुक्रिया”। लोग कहते, यह नदी नमक के आँसू बहाती है, क्योंकि इसके किनारे बसे हर घर की दास्तान में कोई न कोई ऐसा था, जिसने किसी न किसी के नमक का हक चुकाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। आज भी जब नदी … Read more

अनोखा प्रायश्चित – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

 चार धाम की यात्रा पर जाने की तैयारियों में व्यस्त कामिनी जी के पैर अचानक ठिठक गए जब कमरे से आती आवाजें उनके कानों तक पहुंची “बस भैया कल घर के कागज़ों पर मां के साइन लेने हैं फिर आप अमेरिका और मैं कनाडा” छोटे बेटे ने कहा “और मांजी का क्या?” दोनो बहुएं एक … Read more

मनचाहा साथी – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

       बेला के पति शेखर ने उसे बताया कि मेरा तबादला जबलपुर हो गया है तो वो खुशी-से फूली नहीं समाई,” अरे वाह! वहाँ तो मेरी सहेली प्रभा रहती है..अब तो मैं रोज उसके साथ गप्पे मारा करूँगी…।”    ” हाँ-हाँ..मारती रहना गप्पे लेकिन पहले जाने की तैयारी तो करो..।” कहकर शेखर ऑफ़िस चले गये और वो … Read more

सेल्यूट – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

सुबह से ही मां का रो रोकर बुरा हाल था।सुमेश को शाम तक बॉर्डर पर पहुंचने का हुक्म आ गया था।सुमेश एक महीने की छुट्टी लेकर घर आया था उसकी शादी जो थी। एक हफ्ते ही तो हुए है शादी के अभी तो नववधू सुलभा  हिल स्टेशन घूमने जाने की तैयारियां कर रही थी। अभी … Read more

प्रायश्चित – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

अम्मा! राखी का फ़ोन आया था रात , उसके देवर की इच्छा है कि सगाई और शादी के बीच कम से कम चार – छह महीने का तो अंतर रखें । इतनी जल्दी में ना तो प्री वेडिंग शूट ढंग से हो पाते हैं और ना ही एक-दूसरे  को जानने समझने का मौक़ा मिलता है … Read more

प्रायश्चित – सुदर्शन सचदेवा : Moral Stories in Hindi

कविता और राहुल की शादी को १० साल हो चुके थे | उनके बीच बातचीत बहुत कम हो गई थी  | रोज की जिम्मेदारी,  आफिस का तनाव सब रिश्ता बोझ सा बन गया था |  राहुल को लगता था कि मेरी बात नहीं समझती और कविता को लगता था कि अब उन्होने दिलचस्पी लेना बंद … Read more

प्रायश्चित से ही शान्ति मिलेगी – डॉ बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

  मालकिन, मालकिन दरवाजा खोलिए जोर से दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनकर प्रतिमा देवी जी ने दरवाजा खोला तो सामने कजरी खड़ी थी वो चौंककर बोली अरी कजरी तू इतना सुबह सुबह तू तो दस बजे आती है बस मालकिन आज सरकारी अस्पताल में नम्बर लिया दस बजे बुलाया उन्होंने तो सोचा आपका आधा काम निपटा … Read more

नमक का कर्ज – हरिओम बाजपेई : Moral Stories in Hindi

ब्रह्माखेड़ा  (काल्पनिक) नामक गाँव में एक दंपत्ति रहते थे जिसमे व्यक्ति का नाम हरि गौतम (काल्पनिक) पत्नी का नाम का नाम रेनुका (काल्पनिक) था वे दोनो बहुत गरीब थे फिर भी वे हमेशा खुशी के साथ रहते थे वे कृषि मजदूर के रूप में कार्य करते थे उन्हें बस एक ही दुःख था कि उनकी … Read more

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