सम्मान की भूख – विनीत मोहिता

बरखा की नई-नई शादी हुई थी, तो वह अपने ससुराल में एडजस्ट होने की कोशिश कर रही थी साथ ही वहां के रीति रिवाज तौर- तरीके भी सीख रही थी।  उसकी सासू मां भी उसे ससुराल में एडजस्ट होने में काफी मदद कर रही थी।  उसकी सासू मां नहीं  चाहती थी की जो तकलीफ परेशानी … Read more

भाभी से मायका – विनिता मोहता

प्यारी बेटिया जब जिम्मेदार बहू बनकर साल भर ससुराल में सब की सेवा सुश्रषा करने के बाद जो कुछ दिन मायके में मां के सानिध्य में बिताती हैं तो बेटियां अपने बचपन को दोबारा  जी कर खुद को पहले से ज्यादा ऊर्जावान महसूस करती हैं| ऐसे ही रुपल कुछ दिनों के लिए गर्मी की छुट्टी … Read more

बहू ये घर मेरे बेटे के पैसे से चलता है – मुकेश पटेल

“सुनो मुझे कुछ पैसे चाहिए पीहू की किताबे आनी है”| कहते हुए विभा ने अपने पति प्रवीण को ब्रेकफास्ट सर्व किया| खर्चे की बात सुनकर प्रवीण का मुंह बन गया और वह फटाफट अपना ब्रेकफास्ट फिनिश करने लगा- “तुम्हें हर महीने खर्चे के लिए पैसे देता हूं | मगर उसके बावजूद भी तुम हर वक्त … Read more

बहू, बेटी बनने के लिए तैयार हो तब तो… – मुकेश पटेल

रूबी ने कभी नहीं सोचा था कि उसकी शादी छोटे शहर में हो जाएगी क्योंकि वह दिल्ली जैसे बड़े महानगर में रहती थी।  लेकिन जो किस्मत को मंजूर होता है उसे कोई झुठला नहीं सकता।   रविवार का दिन था दोपहर के समय पापा के दोस्त विनोद अंकल पापा से मिलने के लिए आए हुए थे।  … Read more

मेरी सासू मां कड़वी दवाई की तरह है – मुकेश पटेल

मिथिलेश जी बिजली विभाग में एसडीओ थे और इसी साल सेवानिवृत्त होने वाले थे उनकी पत्नी उर्मिला जी का मन था कि रिटायर होने के बाद वह अपने इकलौते बेटे दुर्गेश जो गुडगांव  की एक आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और बहू भी गुड़गांव की ही दूसरी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर थी.   बेटे … Read more

धुंधली शिकायतें – उमा भगत

ट्यूशन में बैठे -बैठे आशिमा की कमर में दर्द होने लगता है , वो जब अपने कमर को सीधा करती है ,और एक सांस भर्ती है तो उसका वक्ष थोड़ा फूल जाता है। उसे हंसने की आवाज सुनाई देती है , उसके आस पास बैठे लड़कों की आवाज थी । विज्ञान विभाग ,कक्षा ११वी की … Read more

मेरी दीदी बहन कम माँ ज्यादा है – मुकेश पटेल

योगेश नोएडा के  एक प्राइवेट कंपनी में साधारण सी नौकरी करता था और उसकी बड़ी बहन शीतल पुणे के एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी।   मां की मृत्यु बचपन में ही हो गई थी योगेश को बड़ी बहन ने अपने बेटे की तरह पाला था। शीतल योगेश से उम्र में 15 साल बड़ी थी … Read more

ये गलियां भी कुछ कहती हैं

“अरी ओ,ई का कान में ठूंसी रहती हो,कुछ पढ़ लिख लिया करो।” “अरे दादी का कह रही हो” ,(कान से हेडफोन निकाल कर उर्मिला पूछती है) “हम ई कह रहे हैं कि ,पढ लो कुछ ,नाहि तो देखत हउ ना इ झाड़ू वाले को , एही करना तुम भी।,” “पर दादी झाड़ू मारने में का … Read more

स्वार्थी माँ – मुकेश पटेल :Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रजनी बहुत खुश थी क्योंकि उसकी शादी शहर में होने वाली थी उसका ससुराल दिल्ली में था पति भी सरकारी नौकरी करता था इससे ज्यादा रजनी को और क्या चाहिए था।  रजनी तो कभी सोच भी नहीं सकती थी कि उसकी शादी इतने अच्छे घर में होगी।  आखिर वह दिन … Read more

सस्ती खुशियां

कई दिनों से बच्चे रेस्टोरेंट में पिज़्ज़ा खाने जाने के लिए कह रहे थे.  ऑफिस में काम का इतना ज्यादा वर्क लोड था  कि घर आने के बाद फिर कहीं जाने की इच्छा नहीं होती थी।  आज संडे का दिन था तो मैंने बच्चों से कहा कि आज सब लोग तैयार हो जाओ आज चलते … Read more

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