नालायक औलाद – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
आज बाबू जी का पारा सातवें आसमान पर फिर से चढ़ा था।दीपू ने किसी तरह परीक्षा पास की थी। रमेश जी काॅलेज में अध्यापक थे।तीन बच्चे थे उनके राजू,दीपू और मीरा। मीरा और राजू हमेशा अव्वल नंबर से पास होते थे। रमेश जी सीना तान कर निकलते थे ।एक अध्यापक और पिता को और क्या … Read more