यह आजकल के बच्चे (भाग-15) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

आप आगे…

जैसे ही रोहन नेहा के घर पर आया…

नेहा ने उसे बाहों में भर लिया…

रोहन एक पल को तो बिल्कुल घबरा गया…

क्या हुआ नेहा…??

तुम इतनी परेशान क्यों हो …??

is everything normal ..??

nothing normal …

कुछ मत बोलो रोहन …

बस मुझे महसूस  करने दो तुम्हारी खुशबू,तुम्हारा स्पर्श…

मुझे और कुछ नहीं चाहिए…

यह क्या कह रही हो नेहा…??

आर यू गोइंग मैड …

मुझे कुछ समझ नहीं आ  रहा..

तुम भी जान रही हो ना…

मेरी शादी होने वाली है चिंकी से ..

फिर यह सब करने का क्या मतलब है …

बाय द  वे .. हम अच्छे फ्रेंड रहे हैं …

ऐसा हमने  कभी सोचा ही नहीं …

तुमने नहीं सोचा रोहन…

लेकिन मैंने  तो यही सोचा था…

कि शायद तुम मुझसे ही शादी करोगे …

लेकिन..

मैं  बस  इंतजार कर रही थी कि शायद तुम आगे से प्रपोज करो..

लेकिन मुझे क्या  पता था कि तुम सच में शादी के लिए हां कर दोगे अबकी बार…

हर बार तुम लड़की  देखने जाते …

और  मना  हो जाती  रिश्ते का…

मैं सोचती  कि  तुम मुझसे प्यार करते हो रोहन…

इसलिए तुम कोई भी शादी के लिए हां नहीं करते हो…

ऐसा कुछ नहीं है नेहा….

नेहा बेबस नजरों से रोहन से लिपटी हुई थी …

मैं तुमसे हर बात शेयर करता था…

कभी तुम्हें मेरी बातों से लगा कि मेरे मन में तुम्हारे लिए इस तरह की कोई फीलिंग है…??

tell नेहा …

I am asking to you…??

हां शेयर करते थे रोहन…

मौसम भी आज बहुत खराब लग रहा था….

शायद बाहर जोरों की बारिश हो रही थी…

नेहा बोलती है …

तभी तो मैं कह रही हूं….कि मुझे यही लगा कि तुम भी मुझसे प्यार करते हो …

करते हो ना रोहन….??

सच बताना …

कितने सालों का नाता है  मेरा,तुम्हारा …

तुम्हें पता है ना…??

नहीं नेहा…

यह गलत है …

मैंने  सिर्फ दोस्त ही समझा है तुम्हे हमेशा…

एक प्रेमिका या कभी भी हमसफर के रूप में नहीं देखा है…

प्लीज तुम इस मिस अंडरस्टैंडिंग को दूर करो अपनी …

अगर तुमने कभी मेरे लिए ऐसा फील किया है …

तो आई एम रियली वेरी सॉरी …अगर मैं तुम्हें हर्ट किया है तो …

मेरी फ्रेंड होना …

इंगेजमेंट की प्रिपरेशन करो…

you go to hell ..

मैं नहीं आऊंगी…

तुम परेशान मत हो प्लीज नेहा…

तुम्हारी लाइफ में भी कोई ना कोई ऐसा आएगा जो तुम्हें बेइंतहा प्यार करेगा…

नहीं रोहन,, मुझे तुम चाहिए और कोई नहीं…

क्या पागलों जैसी बातें कर रही हो …

ट्राय टू अंडरस्टैंड नेहा…

तुम तो समझदार, पढ़ी-लिखी हो ..

कोई है जिसने मेरे साथ सात  जन्मों का बंधन बांध लिया है…

मैं उसे धोखा नहीं दे सकता ..

वह मेरी जीवन संगिनी बनने जा रही है …

तुम ऑफिस नहीं गई…??

नहीं…

मेरा कहीं जाने का मन नहीं है…

अगर तुम मुझे नहीं मिले तो मैं अपनी जान दे दूंगी …

तुम्हें समझाना बेवकूफी है ….

ज़हां जाना है जाओ…

जो करना है करो …

मैं जा रहा हूँ…

तुम सच में पागल हो चुकी हो …

रोहन के  फोन पर लगातार चिंकी  का फोन आ रहा था…

लेकिन वह एक बार भी  रिसीव नहीं कर रहा था…

हर बार  फोन को देखता  और उसे जेब में रख लेता…

अनपढ़ ,गंवार ,जाहिल, वह चिंकी…

वह तुम्हारे लायक बिल्कुल भी नहीं है रोहन…

तुम्हारी जिंदगी नरक बन जाएगी नरक…

रोहन समझ क्यों नहीं रहे हो तुम …

जस्ट शट अप…

मैं चिंकी के बारे में एक शब्द गलत नहीं सुन सकता …

तुम मुझे कितना भी कह सकती हो …

बट  प्लीज डोंट से एनीथिंग अबाउट माय लाइफ पार्टनर …

मिले हुए समय कितना हुआ है …

देखो प्यार झलक रहा है तुम्हारे मन में उस गंवार के लिए …

नेहा अब  लगता है तुम दोस्ती के लायक भी नहीं …

आज के बाद ना मैं तुम्हें फोन करूंगा…

तुम भी  मत करना …

रोहन  जाने को हुआ…

तभी जोर से आवाज आई …

शायद गोली  चलने की…

उसने पीछे मुड़कर  देखा …

ओह  ! नेहा के हाथ में पिस्तौल थी…

उसने शायद चला दी थी…

आगे की कहानी जल्द …

तब तक के लिए जय श्री राधे

मीनाक्षी सिंह

आगरा

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