गृह प्रवेश – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi
विद्यालय से लौट कर शाम को जब मैं घर पहुंचा तो बैठक में एक महिला को अपनी बेटी के साथ बैठे पाया। यही कोई पैंतीस साल की उम्र रही होगी। पर सुगठित और आकर्षक शारीरिक वनावट से उसकी उम्र तीस साल से अधिक नहीं लग रही थी। बेटी भी लगभग बारह चौदह बरस की होगी। … Read more