अहमियत रिश्तों की (भाग-4) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अब आगे… घर में सभी की आंखें नम देखकर दीनानाथ जी बोले…. ए रे  लला…. मुझे कुछ ठीक ना लग रहा … तू यहां से पढ़ाई काहे   ना कर रहो …? कहीं दूर काहे जाये  रहो  है…?? पूरा घर सुनो है जाएगो…. क्या  बाऊजी जाते-जाते क्यों छोटे को  इमोशनल कर रहे हैं…. दिल मजबूत … Read more

अहमियत रिश्तों की (भाग-3) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

अब आगे … कविता बाऊजी के कमरे में आई है … बाऊजी आप भईया  को पढ़ने क्यों नहीं भेज देते…. तू भी अपने भाइयों की तरह  अलग ही बोल रही छोरी…. तू तो नेक समझदारी से काम ले … दीनानाथजी  सख्त लहजे में बोले… बाऊजी जरा मेरी बात ठंडे दिमाग से सुनो… कविता ने दीनानाथ … Read more

अहमियत रिश्तों की (भाग-2) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

बाऊजी.. सुनियो… धीरे से, पीछे से धक्का देते हुए मंझले  बेटे मिंटू ने पिंटू भाई साहब को आगे की ओर किया …. क्या कर रहा हैं… आगे गिरायेगा क्या बाऊ जी के उपर मुझे… भाई साहब … आप ही बड़े हैं … आप ही पहल कीजिए … पीछे से रिंकु के फुस्फुसाने  की आवाज आई … Read more

अहमियत रिश्तों की (भाग-1) – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

कहां मर गए सबके सब….?? ओ रे.. पिंटू  मिंटू रिंकु… कोई ना दिख  रहा… आज दशहरा है… ये  ना बच्चों को ले जाएके दशहरा को  मेला दिखाए  लाये…. खुद से ही बड़बड़ाते हुए दीनानाथजी बरामदे में चकरघिन्नी से घूम रहे थे…. ए जी… क्या हुआ ….?? काहे बड़बड़ा रहे हो अकेले में …. जब से … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-35) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

शपथ समारोह में पूरा सभा भवन अतिथियों से खचा खच भरा हुआ था। पद्मिनी और आनंद भी उस समारोह में राजकीय अतिथि के रूप में शामिल थे।उनके साथ अब भी सुरक्षा गार्ड मौयुद थे। समारोह में अतिथियों के सुरक्षा की पूरी चाक चौबंद इंतजाम किया गया था।हर आने  जाने वाले पर कड़ी नजर रखी जा … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-34) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

अस्पताल के बाहर आधी रात को ओमप्रकाश आपने खतरनाक अदमियो को हथियार सहित लेकर मौके की तलाश में था ।उसने देखा अस्पताल के बाहर और अंदर पुलिस का कड़ा पहरा लगा हुआ था।उसके साथ एक बुरे शक्ल का तांत्रिक भी था।जिसके एक हाथ में आदमी की खोपड़ी और दूसरे हाथ हाथ की हड्डी थी ।उसने … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-33) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

अस्पताल में पदमिनी और आनंद के माता पिता चिंतित हाल में उनके पास खड़े थे।थोड़ी देर में मंत्री जी ,एसपी,डीसी पदमिनी के गांव और जिनकी उसने मदद की थी बहुत सारे लोग मौयूद थे ।सभी उनकी सलामती की दुआ कर रहे थे । अस्पताल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने सबको बड़ी मुश्किल से संभाल रखा … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-32) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

गुंडे आनंद और पदमिनी का पीछा करते जा रहे थे।पुलिस भी दोनो को बचाने की पूरी कोशिश कर रही थी। तभी पद्मिनी के फोन पर मंत्री का फोन आया। मंत्री जी ने पूछा अभी कहा और कैसी लगी। पदमिनी ने अपनी स्थिति बताते हुए कहा _ गुंडे हमारा लगातार पीछा कर रहे हैं।पुलिस हमे बचाने … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-31) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

ठीक दस बजे सुबह आनंद अपनी बाइक लेकर आ गया ।पदमिनी भी तैयार होकर उसका इंतजार कर रही थी । अपनी घड़ी दिखाते हुए आनंद ने कहा _  देख लीजिए मैडम मैं आपके हुकम के अनुसार एक दम सही समय पर आया हूं।अब आपको मुझसे कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए। हा हा मैं जान गई … Read more

भविष्य दर्शन (भाग-30) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

समय पंख लगाकर तीव्र गति से बीतता चला गया। पदमिनी अपनी आध्यात्मिक शक्तियों की वजह से राज्य ही नही पूरे देश में काफी चर्चित हो चुकी थी । उसने हजारों ऐसी भविष्यवाणियां की जिससे आम जनता ,प्रशासन  और सरकार को काफी लाभ मिला।समय रहते सब भविष्य में होने वाली अप्रिय और विंध्यंस कारी घटनाओं को … Read more

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