आखिरी फैसला – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi

मनुष्य की जिन्दगी में कब कौन-सा मोड़ आकर उपस्थित  हो जाएँ और कौन-सा फैसला लेना पड़ जाएँ,कुछ  कहा नहीं जा सकता है।कथानायिका सरोज भी  आज इसी दोराहे पर खड़ी है।सरोज को उसके पिता बहुत प्यार करते थे।सभी भाई-बहनों में बड़ी सरोज पिता की अत्यधिक दुलारी थी।पिता हमेशा उसे रानी कहकर ही बुलाते थे। उसे देखकर  … Read more

भगवान की लाठी में आवाज़ नहीं होती । – करुणा मालिक : Moral Stories in Hindi

अंकलजी , मकान की कोई टेंशन मत लो । कोई शिकायत नहीं होगी । अजी ! अपने मकान से भी बढ़िया रखेंगे । काग़ज़ी कार्यवाही की ज़रूरत ही नहीं, शीला बहन के ज़रिए ले रहा हूँ जी , अपना बेटा ही समझ लो बस ।  ये सारी चिकनी- चुपड़ी बातें देवांश जगमोहनसिंह से कह रहा … Read more

आखिरी फैसला – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

 ” क्या हुआ बेटा, चल ना अंदर ,,  अंजलि के पैर घर की देहरी के बाहर ठिठक गए तो उसकी मां रमा जी ने उसके हाथ को कस के पकड़ लिया और बोली, ” चल बेटा… तूं किसी बात की फ़िक्र मत कर.. तेरी मां तेरे साथ है …. सबके सवालों का जवाब मैं दूंगी… … Read more

घर के संस्कार.… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

शैलजा जी अपनी होने वाली समधन के घर गई थीं… विवाह की तैयारियों के बारे में बैठकर बातें करने… घर दो घंटे की दूरी पर था…आज कुछ काम के सिलसिले में उधर निकलना हुआ… तो फोन पर बातें करने से अच्छा उन्होंने सोचा कि… एक बार घर जाकर ही विवेक की मां और भाभी से … Read more

आखिरी फैसला – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

मैं सिया तीस वर्ष की उम्र में जीवन का बेहद नाजुक कठिन और चुनौती भरा घर परिवार छोड़ने का #आखिरी फैसला #लिया था.. उस समय मेरे साथ सात साल का रोहन और स्टेट बैंक की दस साल पुरानी नौकरी, कुछ कपड़े, कड़वे अनुभव अनिश्चित भविष्य और यादें साथ थी….                           कितना संघर्ष किया मैने… आज जब … Read more

माँ की वेदना – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  बस अपना मुकुल की नौकरी अमेरिका में लग जाये, तो अपने जीवन की मुराद पूरी हो जाये।         कह तो सही रहे हो मुकुल के पापा,तमने पैसे का इंतजाम कर ही लिया है, भगवान जरूर हमारी कामना पूर्ण करेंगे।बस कभी कभी मन मे ऐसे ही ख्याल आ जाता है मुकुल के पापा-वहाँ जाकर मुकुल हमे भूल … Read more

“आखिरी फैसला” – डा० बीना कुण्डलिया : Moral Stories in Hindi

जिंदगी में कभी-कभी ऐसे मोड़ आते हैं जब हर रास्ता बंद सा लगता है। दिल कुछ कहता है, तो दिमाग कुछ और। ऐसी ही कश्मकश में फंसी हुई थी राधा। उसके जीवन में समस्याओं की एक लंबी फेहरिस्त थी। लेकिन आज, वह खुद को कमजोर नहीं, बल्कि मजबूत महसूस कर रही थी। उसके हाथों में … Read more

आखिरी फैसला – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

मम्मी, मम्मी मैं यह शादी नहीं करूंगी।  पापा मेरी बात बिल्कुल नहीं मानेंगे। और दादी ,दादी तो बस अपने सामने मेरी शादी करने के लिए तुली हैं। मम्मी अभी मेरी उम्र ही क्या है ?इंटर ही तो पास किया है । मैं आगे पढ़ना चाहती हूं, मां अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं। निशा … Read more

आखिरी फैसला – खुशी : Moral Stories in Hindi

रती एक सर्वगुण सम्पन्न बहु,पत्नी और दो बच्चो की मां थी।उसके पति राजेश एक बिजनेस मैंन थे ।दो बच्चे विशाल और मेघा दसवीं और बारवीं में पढ़ते थे।दोनो पढ़ने में जहीन थे। कुल मिलाकर एक सुखी परिवार था। दुनिया के लिए सुखी परिवार था परंतु रती की घर में कोई इज्जत नहीं थी पति राजेश … Read more

आखिरी फैसला – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

जैसे जैसे मानसीके बेटे राघव की शादी कादिन नजदीक आ रहा था,उसकी आंखों से नींद गायब होती जारही थी।एक तो अकेली जान तिस पर हर तीसरे दिन गांव से सासू मां का फरमान,उपर से शादी के ढेर सारे काम। हर तीसरे दिन गांव से उसकी सास हीरा देबीका फोन आजाता कि जहां तक हो सके, … Read more

error: Content is Copyright protected !!