*सबक* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 मनोज पिछले दो दिनों से ही मानसिक पीड़ा से ग्रस्त था,क्या करे कैसे करे,कोई राह मिल ही नही रही थी।घर से उसे वैराग्य सा हो गया था,उसका मन कर रहा था,वह कहीं एकांत में सदैव के लिये चला जाये, फिर अपने बच्चे का ख्याल आता तो कदम रुक जाते।मोनिका पत्नी होते हुए भी उसको समझने … Read more

अहंकार – पुष्पा पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

शहर की रहने वाली कुसुम की शादी गाँव में हुई। कुसुम के पिता को गाँव में ही एक पढ़ा-लिखा युवक उनके आदर्शों पर खरा उतरा और उसे अपना दामाद बना बैठे। तब कहाँ कोई लड़की  से उसकी पसंद  पूछता था। वैसे युवक प्रतिभाशाली था। इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। कुसुम को ससुराल वालों ने … Read more

“मैं अपने अहंकार में रिश्तों के महत्त्व को भूल गई थी” – डॉ अनुपमा श्रीवास्तवा : Moral Stories in Hindi

अहंकार एक ऐसा रोग है जिसपर बंदिशें न लगाई जाए तो उसकी वृद्धि चौगुनी होती चली जाती है ।चाहे इसका कारण धन हो, बल हो , या अत्यधिक ज्ञान का गुमान हो कुछ भी हो सकता है ।अहंकार का बुखार सिर पर चढ़ कर बोलता है। वह हमारी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है और इसका … Read more

बहू कभी बेटी नहीं बन सकती – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

मोहिनी क्या कर रही है तू कितने दिनों से बेंच पर आकर नहीं बैठी क्या काम करती रहती है तेरे घर में तो बहू बेटी दोनों ही है…  सरिता ने आवाज देकर कहा- पड़ोस में रहने वाली सरिता मोहिनी की सबसे खास दोस्त है..  हमेशा दोनों सुबह टहलने जाते हैं योग करते हैं और शाम … Read more

मैं अपने अहंकार में रिश्तो को महत्व देना भूल गई – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

छोटी चल खेलने का टाइम खत्म हो गया शाम हो गई है.. घर चल पापा आते ही होंगे.. तुझे बहुत डांट पड़ेगी नहीं मैं अभी और खेलूंगी.. मुझे खेलने में बहुत मजा आता है ..मानव किरण और शांतनु तीनों भाई बहन बड़े ही लाड-प्यार से रहते थे किरण सबसे छोटी दोनों भाइयों में और सब … Read more

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