ननद: दुख ,सुख की सहेली – पूनम भारद्वाज : Moral Stories in Hindi

हैलो मां, कैसी हो आप? स्नेहा ने अपनी मां संध्या जी से पूछा। ठीक हूं, मुझे क्या होना है,” संध्या जी रूखे स्वर में बोली। अरे मां, कैसी बातें कर रहे हो। क्यों हो आपको कुछ। चलिए अच्छा बताइए। भाभी कहां है? उनका फोन कैसे बंद है,” स्नेहा ने कहा । यहीं है वो,उसे कहां … Read more

ननद से बन गई भाभी – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

  ” बड़ी भाभी.. मैंने कोई जान-बूझ कर तो तोड़ी नहीं..गलती से गिर गयी।और भाभी..मेरे ससुराल वाले मेरी हर इच्छा पूरी कर देते हैं तो भला मुझे आपकी चीज़ों का लालच या ईर्ष्या क्यों होगी।मैं ज़रा नींद में थी तो..।” काजल ने अपनी भाभी को समझाना चाहा।    ” बस-बस..रहने दो अपना नाटक।” छोटी भाभी कामिनी ने … Read more

ननद-मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

“बेटा••!अब मैं ज्यादा दिन जिंदा नहीं रहूंगी•• लेकिन जाते-जाते तुझसे एक वादा लेना चाहती हूं••! रीना जी अपनी बेटी केतकी का हाथ अपने हाथ में लेते हुए बोलीं।  “मां•• प्लीज! ऐसी बात दोबारा अपनी जुबान पर मत लाना आप ठीक हो जाएंगी! कुछ नहीं होगा आपको••!   ये सब तो मन बहलाने वाली बात हैं मुझे … Read more

माँ भाग्यशाली हैं, जो आप-सी बहू मिली – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

माँ रूपा को देख खुश हो गई। कुल्हे के आपरेशन के बाद वे कल ही घर आयी थीं।      रूपा चालीस किलोमीटर से रोज माँ से मिलने अस्पताल आती थी। वह उनकी जितनी  कर सकती थी सेवा करती। कभी आटो से तो कभी बस से। उसके दो बच्चे थे। बड़ा बेटा पाँचवी में व छोटा बेटा … Read more

प्रेम पुष्प – रश्मि वैभव गर्ग  : Moral Stories in Hindi

आलीशान कोठी, नौकर चाकर, अपार संपत्ति.. बड़ी कंपनी की मालकिन.. सबकुछ तो था सोना के पास। यथा नाम तथा काम..। मिट्टी को हाथ लगाती सोना बन जाता। बस कमी थी तो.. साथी की। एकाकी पन उसे कसक देने लग गया था। अपने माँ बाप की इकलौती संतान होने के बावजूद सोना को विरासत में तो … Read more

नज़ाकत रिश्तों की – कुमुद मोहन : Moral Stories in Hindi

सुधा की ननद रीना और ननदोई सुरेश अपने छः साल के दो जुड़वा बेटों के साथ राखी के लिए उसके घर आने वाले थे| सुधा और विकास की शादी को छः महीने ही हुए थे, दोनों ने मिलकर अपना छोटा सा फ्लैट बड़े मन से सजाया था| नया फर्नीचर, नये पर्दे, नया कालीन, नई क्राक्ररी, … Read more

ननद – नेमिचन्द गहलोत : Moral Stories in Hindi

श्रावण मास में युवतियां खेजड़े के वृक्ष की मजबूत डाल पर मोटे रस्से से हींड मांडकर बाग में झूला झूल रही थीं । राजस्थान के एक बड़े घराने की बहू सुप्यार अपनी ननद परीकंवर को झूले दे रही थी ।          उसने जोर से कहा “पेड़ की पत्तियाँ छू कर बताओ परी! तब जानूँ तुम जवान … Read more

ननद की समझदारी – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

जब ऋषि ने प्रिया से पूछा ” मम्मा वो बुआ वाला महीना कब आएगा ?” तो प्रिया हंसते हुए बोली बस अगले हफ्ते आने वाला है तो वह बहुत खुश हुआ और खेलने चला गया। ऋषि बुआ वाला महीना जून के महीने को बोलता था जब उसकी बुआ छुट्टियों में 10 दिनों के लिए उसके … Read more

नंनद – राजेश इसरानी : Moral Stories in Hindi

मै ससुराल में अभी अभी आई थी कुल मिला कर एक सप्ताह हुआ था। ससुराल में मेरे पति के अलावा मेरी सास ससुर और एक देवर एक नंनद थी। मुझे मिला के कुल 6 सदस्य थे परिवार में। अभी शादी को 7 दिन ही बीते थे  तो कुछ मेहमान अभी भी घर पर ही थे … Read more

मान का तो पान ही बहुत होता है – नीलम शर्मा : Moral Stories in Hindi

होली का दिन एक-एक कर नजदीक आता जा रहा था। उसी के साथ पूनम की परेशानी बढ़ती जा रही थी कि भैया-भाभी अभी तक उसकी होली की कोथली लेकर क्यों नहीं आए? जबकि उसकी अन्य तीनों बहनों की कोथली समय पर दे आए थे। पूछूँ या नहीं। पूनम की समझ में नहीं आ रहा था … Read more

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