दिखावे की जिंदगी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

मुझे तो अपने बेटे की शादी का रिसेप्शन उसी महंगे होटल से करना है जहां से मेरे भाई ने किया था एक ही तो बेटा है मेरा ,नीता जिद पर अड़ी हुई थी । मोहन जी उनके पति नीता को बहुत समझाने की कोशिश कर रहे थे पर वह सुन ही नहीं रही थी । … Read more

दिखावे की जिंदगी – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

प्रिया बहुत ही ज्यादा समझदार लड़की थी । अपने पूरे परिवार में सबसे अधिक पढ़ी लिखी होने के कारण सब लोग उसका बहुत मान सम्मान करते थे। आज प्रिया बहुत ही खुश थी, क्योकि उसकी नौकरी एक मल्टीनेशनल कंपनी में लग गयी थी। प्रिया के मम्मी पापा का सपना पूरा हो गया हो गया, वो … Read more

रिश्ता वही निभता है जो बराबरी का होता है – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

मीना के पति की नौकरी दूसरे शहर में लग गई थी।वैसे वो बहुत खुश थी क्योंकि पति को बड़ी कम्पनी में नौकरी मिलने के साथ साथ बड़ा पद भी मिला था बस दुख यही था कि वो अपनों से दूर जा रही थी। मीना लंबे समय से पति व बच्चों संग अपने मायके के शहर … Read more

दिखावे की जिंदगी – सरोजनी सक्सेना : Moral Stories in Hindi

रघुराज जी एक माने हुए वकील हैं । उनकी वकालत बहुत अच्छी चलती है । उनके पास केसो की लाइन लगी रहती है । लोगों का मानना है जो केस वह लेते हैं निश्चय ही जीते हैं । वह बहुत ही बारीकी से केस की रीडिंग करके उसका दोनों पक्षों का वादी और प्रतिवादी हल … Read more

चक्रव्यूह – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

पार्क में बैठे वीरेन जी को एहसास भी नहीं था कि अंधेरा घिर आया है, पंक्षी भी अब अपने घौसलों की ओर लौटने लगे हैं, उन्हें भी अब घर  लौटना चाहिए। लेकिन अब उनका मन घर लौटने को नही करता, जब से उनसे उनकी जन्म भूमि अपना कस्बा सुल्तानपुर छूटा है, वे निस्तेज से हो … Read more

सीमा रेखा – अर्चना सक्सेना : Moral Stories in Hindi

“उफ तंग आ गया हूँ मैं इस दिखावे की ज़िंदगी से। कितनी बार कहा है जितनी चादर है उतने ही पैर फैलाना सीखो लेकिन तुम्हें जब भी मायके जाना होता है तुम मेरी दो महीने की तन्ख्वाह जितने पैसे पन्द्रह दिन में उड़ा आती हो। सारी जमापूँजी खत्म होने को आई, आखिर कब तक ऐसे … Read more

जब जागो तभी सवेरा – अर्चना सिंह : Moral Stories in Hindi

मेघा की मम्मी रेणु जी को मेघा के साथ रहते हुए मुश्किल से एक सप्ताह ही हुए थे लेकिन उन्होंने उसकी दिखावे वाली सोच को बहुत अच्छी तरह से भाप लिया था । ऊबने तो वो दो दिन से ही लगी थीं पर जिन परिस्थितियों में वो मेघा के पास आई थीं उन्हें टोकना सही … Read more

“दिखावे की जिंदगी” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

रंजन के गेट खोलते ही पोस्टमैन हाथ में एक अंतर्देशीय लिफाफा देकर चला गया रंजन ऐसी चिट्ठी देखकर आश्चर्य चकित रह गया यह किसकी चिट्ठी हो सकती है। आज के जमाने में भी कौन चिट्टियां भेजता है? पीछे पीछे उसकी पत्नी वैशाली आई थी तो वो भी हंसते हुए कहने लगी। अपने कमरे में चिट्ठी … Read more

प्यार से समस्या का समाधान – लतिका पल्लवी : Moral Stories in Hindi

सर्दियों का दिन था। रमा जी और रविकांत जी लॉन मे बैठकर धुप सकते हुए आपस मे बाते कर रहे थे। दोपहर के ढाई बज रहा था। धुप भी अब लॉन से जाने लगा था। रविकांत जी को जोरो की भूख लगी थी। सुबह से उन्होंने सिर्फ फल खाया था।जब भूख बर्दास्त नहीं हुआ तो … Read more

दिखावे की जिंदगी – निमिषा गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

सानू एक मध्यम वर्गीय परिवार की लड़की व शैलजा एक उच्च परिवार की लड़की है। लेकिन दोनों काॅलेज से ही गहरी दोस्ती है।वे जहां भी जाती साथ में जाती सालू को शैलजा के कपड़े बहुत पसंद आते उसके साथ रहने के लिए उसे शैलजा जैसा दिखना पसंद है इस कारण वह कभी कभी अपने पड़ोस … Read more

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