सद्गुरु पर विश्वास

प्राचीन समय की बात है एक राजा को शादी के 10 साल बाद तक पुत्र रत्न की प्राप्ति नहीं हुई इसके लिए राजा ने पंडितों ने और तांत्रिकों ने जो कहा उन्होंने किया। राजा को किसी ने बताया इस पहाड़ी के ऊपर एक तांत्रिक रहता है आखिर बार आप एक बार उनसे भी सलाह  ले … Read more

कर भला हो भला

बनारस  में घाट के पास ही एक भिखारी रहता था.  रोज सुबह चार बजे ही गंगास्नान कर  भिक्षाटन के लिए चल देता था. कुछ दिनो बाद उसने देखा की नदी मे से एक लडकी निकलती है और कहती बाबा मुझे भी अपने साथ अपने घर ले चलो. भिखारी यही सोचता अगर इस जवान  लडकी को … Read more

योग्य उत्तराधिकारी की तलाश?

प्राचीन समय में माधवपुर नाम का एक राज्य था वहां का राजा छत्रसाल थे।  उन्होंने अपने जीवन में पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए सब कुछ कर लिया था देश विदेश के वैद्य से अपना और अपने पत्नी का इलाज करवाया। राज्य  के सभी मंदिर में पूजा करने को पंडितों ने कहा उन्होंने वो भी … Read more

मैं तो ठहर गया तू कब ठहरेगा

महात्मा बुद्ध  अपने शिष्यों के साथ घूमते घूमते  श्रावस्ती पहुंचे. और वहीं पर अपना मठ बना कर रहना शुरू कर दिए और उसके बाद रोजाना सुबह-सुबह श्रावस्ती  के लोगों को प्रवचन भी देते थे. महात्मा बुद्ध  के प्रवचन को सुनने के लिए आसपास के गांवों से भी भीड़ इकट्ठा होने लगी.  महात्मा बुद्ध  हर एक … Read more

सत्य लाभ

दोस्तों यह तो हम सब जानते हैं कि कबीर का जन्म जुलाहे के घर में हुआ था जुलाहा का कार्य होता है  रुई धुनना.फिर कबीर जब बड़े हुए तो अपने पिता के कार्यों में हाथ बंटाने लगे.   एक दिन अपने घर के बाहर कबीर रुई धुन  रहे थे और उसे धुन कर अपने पास ढेर … Read more

लोभ का त्याग

बहुत पुरानी बात है रोजाना  माधवपुर का राजा सुबह-सुबह अपने मंत्रियों के साथ राज्य भ्रमण पर निकलते थे. आसपास के जितने भी राज्य थे उन सभी राज्यों में महाराज केशव प्रताप सबसे अमीर थे उनके मन में हमेशा यही लालसा रहती थी कि आसपास के सभी राज्यों को जीतकर अपने राज्य में मिला लें.  इस … Read more

एक प्रेरक कहानी -समान अवसर का सही उपयोग

एक बार की बात है गुरु नानक देव महाराज अपने शिष्यों को यह समझा रहे थे कि ईश्वर हम सबको समान अवसर देती है लेकिन अवसर का इस्तेमाल सभी लोग नहीं कर पाते हैं.  कई लोग भाग्य के भरोसे बैठकर अपने अवसर को खो देते हैं लेकिन कई लोग उस कठिन परिस्थितियों में भी अपने … Read more

मृत्यु का भय

एक बार की बात है महात्मा गौतम  बुद्ध शाम के समय अपने मठ में बैठे हुए थे.  तभी उनका सबसे प्यारा शिष्य आनंद कहीं से क्रोधित होकर आया और महात्मा गौतम  बुद्ध से बोला, “ गुरु जी आप दिन भर इतने प्यार से सभी लोगों से कैसे मिल लेते हैं आपको क्या किसी पर क्रोध … Read more

दूसरों की गलतियों को माफ करना ही असली बड़प्पन है.

 एक  सेठ के  2 पुत्र थे दोनों अब जवान हो चुके थे सेठ ने सोचा कि अपने दोनों पुत्रों का विवाह करअब वह इस मोह माया की दुनिया से अलग होकर सत्संग करेगा और अपना बाकी का जीवन मथुरा और वृंदावन में जाकर बिताएगा।   कुछ दिनों के अंदर ही बड़े धूमधाम से अपने दोनों बेटों … Read more

विनम्रता की शक्ति

एक बार की बात है एक राजा के 4 पुत्र थे चारों अब 5 साल से ज्यादा के हो चुके थे राजा ने सोचा अब इनको शिक्षा लेने के लिए  गुरुकुल में भेज देना चाहिए. राजा ने अपने मंत्री से कहकर राजगुरु को अपने महल में बुलवाया और उनको अपने राजकुमारों को शिक्षा देने के … Read more

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