चीख – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

   रुक जा रानी बिटिया….. मत  रो पापा आते ही होंगे…..पापा की गोद में जाना है …..अभी पापा को दिखाती हूं….. कहकर अनुष्का ने फोन लगाया वीडियो कॉल …….      कितनी देर में पहुंच रहे हैं अविरल…..?  देखो आपकी प्यारी बिटिया रानी आपके लिए रो रही है….. बस 10 मिनट में पहुंचने वाला हूं बेटा….. मम्मी को … Read more

अपमान बना वरदान – खुशी : Moral Stories in Hindi

मंदिरा बहुत अच्छा खाना बनाती थीं।जब भी किसी को भी जरूरत होती वो उसको बुलाता और वो उसकी सहायता करने पहुंच जाती।रिश्तेदारी में भी कोई फंक्शन होता शादी, पार्टी सब की मदद करने वो पहुंच जाती।सब मंदिरा की तारीफ करते इस बात से उसकी भाभी निधि बहुत चिढ़ती थी। मंदिरा की उमर शादी की हो … Read more

सबक एक नए अंदाज़ में – रोनिता कुंडु : Moral Stories in Hindi

बताओ विमला, कैसे आना हुआ और सब ठीक-ठाक है ना? फोन पर तो ठीक से बात ही नहीं हो पाती, अब इतने दिनों बाद आई हो तो एक-दो महीने रुक कर जाना, कमला जी ने अपनी बहन विमला जी से कहा  विमला जी:  अरे दीदी! अब मैं यहां एक-दो महीने रुक जाऊंगी तो मेरा घर … Read more

सरप्राइज ने बना दिया गोल्डन दिन – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

रामप्रसाद जी आराम से कुर्सी पर बैठकर पेपर पढ़ रहे थे उनकी बीवी सुगंधा ने उनको आकर जन्मदिन की बहुत-बहुत बधाइयां दी राम प्रसाद जी बहुत खुश हुए और सुगंधा जी ने राम प्रसाद के नाश्ते के लिए पोहा और गरम-गरम हलवा उनकी टेबल पर आकर रख दिया राम प्रसाद जी बहुत खुश हुए लगभग … Read more

अपमान बना वरदान – डॉ ऋतु अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

    सुनयना क्या करे? कहाँ जाए? भगवान ने विवाह के चार वर्ष पश्चात एक संतान दी मगर तमाम सतर्कता, सावधानी बरतने के बाद भी न जाने कैसे सोहम पोलियो की चपेट में आ गया। समय पर पोलियो की ड्रॉप्स भी पिलाई गई थीं पर शायद भगवान को यही मंज़ूर था कि सोहम अपने पैरों पर कभी … Read more

अभी इतना भी बूढ़े नहीं हुए हैं कि बच्चों की उंगली पकड़कर चलें – अलका शर्मा : Moral Stories in Hindi

” पता नहीं मम्मी पापा को तो यहां आना इतना रास आ गया है कि यही बस गये है। सोचा था कि आठ दस दिन रहकर वापस अपने घर आगरा चले जाएंगे परंतु जाने का तो नाम ही नहीं ले रहें हैं।यार आजादी बिल्कुल खत्म हो गई है।” फोन पर अपनी सहेली से बात करती … Read more

अपमान बना वरदान -डॉ आभा माहेश्वरी : Moral Stories in Hindi

“कब तक— कब तक मेरी छाती पर मूंग दलती रहेगी– कमबख्त– मरती भी नही है–” दादी कोसे जा रही थीं शोभा को।शोभा बीस वर्षीय युवती जिसने लड़कपन में ही वैधव्य की चादर ओढ़ ली थी –अपने निर्धन माता पिता के कारण।घर में रोटी के भी लाले थे– दादी,चार बहनें और रुग्ण पिता– माँ थोड़ा बहुत … Read more

अपमान बना वरदान – शैलेश सिंह “शैल : Moral Stories in Hindi

देखो बहू… हमारे खानदान में कभी किसी महिला ने नौकरी नहीं की है। हम इतने रसूखदार पहले से ही थे कि किसी को कभी जरूरत ही नही पड़ी। रही बात शिक्षा की तो सभी महिलाएँ शिक्षित हैं। मैंने खुद ने अपने समय में मास्टर किया था। तुम्हारी दादी सास भी बारहवीं तक पढ़ी थी। रमा … Read more

अपमान बना वरदान – वीणा सिंह : Moral Stories in Hindi

आज बहुत लंबे अरसे के बाद आयुष को फीनिक्स मॉल से निकलते हुए देखा… मुझे देखकर आयुष भी ठिठक कर खड़ा हो गया… कुछ कहता तब तक मेरे पति राजेश गाड़ी पार्किंग में लगा कर आ गए… मन खिन्न हो चुका था.. पर इतने अच्छे मूड में राजेश थे कि… खूब सारी शॉपिंग करने के … Read more

अपमान बना वरदान – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

डॉली के दो बेटे दोनों पढ़ने में बहुत होशियार एक छोटे से गांव में डॉली की शादी हुई भरा पूरा परिवार पति राजेश का बिजनेस आसमान छू रहा था पैसा इतना था किसी चीज की कमी नहीं थी बेटे नवीन और रितिक दोनों पढ़ने में बहुत होशियार हमेशा अब्बल रहने वाले बच्चे गलत रास्ते में … Read more

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